चंबा : मार्क्सवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने महामारी के संकट में आम जनता को राहत पहुंचाने की मांग को लेकर उपायुक्त चंबा विवेक भाटिया के माध्यम से देश के राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा गया. सुदेश ठाकुर ने ज्ञापन से अवगत करवाते हुए कहा कि महामारी के इस दौर में भारी संख्या में लोग बेरोजगार हो गए हैं. लिहाजा बेरोजगारों का आंकड़ा काफी अधिक हो गया है.
प्रवासी मजदूरों को अपने परिवार का पालन पोषण करना भी मुश्किल हो गया है, लेकिन प्रदेश एवं केंद्र सरकार लोगों को राहत पहुंचाने में नाकाम साबित हुई है. लॉकडाउन भी बिना तैयारी के ही लागू कर दिया गया, जिससे लोगों को काफी दिक्कतें पेश आई. उन्होंने मांग करते हुए कहा कि आयकर सीमा से नीचे के सभी परिवारों को छह माह की अवधि तक 7500 रुपये महीना प्रदान किया जाए और प्रति व्यक्ति प्रति माह दस किलो राशन निशुल्क दिया जाएगा.
इस दौरान उन्होंने मनरेगा के तहत न्यूनतम 200 दिन का रोजगार देने, शहरी गरीबों के लिए रोजगार गारंटी योजना लागू करना, श्रम कानूनों में बदलाव न करने और किसानों के ऋण माफ करने की मांग भी की. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की जिलाध्यक्ष सुदेश ठाकुर ने कहा कि महामारी के दौर में सरकार पूरी तरह असफल रही है. इस महामारी के दौर में काफी युवा और मजदूर लोग बेरोजगार हुए है. सरकार को इसकी और ध्यान देना चाहिए ,किसान लोगों को विशेष रहात पैकेज देने की घोषणा करें. मजदूरों को मनरेगा में हर परिवार को करीब 200 दिन का रोजगार उपलब्ध करवाए.
बता दें कि महामारी के इस दौर में राजनीति भी जमकर हो रही है, जहां एक तरफ सत्ता पक्ष लोगों को राहत पहुंचाने में अपनी पीठ थपथपा रहा है, तो वहीं, लेफ्ट-राईट समेत कई राजनीतिक दल लोगों को रोजगार और आर्थिक पैकेज देने की मांग करते हुए दिखाई दे रहे हैं.
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