बिलासपुर:अपनी मांगों को लेकर बिलासपुर एम्स में तैनात सिक्योरिटी गार्ड काम छोड़ धरने पर बैठ गए हैं. यहां पर एकत्रित सभी गार्डों ने एम्स के मुख्य गेट को बंद कर दिया है और अंदर किसी भी अधिकारी को नहीं जाने दिया जा रहा है. इनका कहना है कि इन्हें स्थाई रोजगार दिया जाए. वहीं, इन्होंने एम्स के अधिकारियों के ऊपर बेक डोर से भर्ती करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि यह बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
Protest of security guard: बिलासपुर एम्स में हो रही बैक डोर एंट्री, स्थानीय लोगों को निकालकर बाहरी लोगों को दिया जा रहा रोजगार - himachal news hindi
अपनी मांगों को लेकर बिलासपुर एम्स में तैनात सिक्योरिटी गार्ड काम छोड़ धरने पर बैठ गए हैं. यहां पर एकत्रित सभी गार्डों ने एम्स के मुख्य गेट को बंद कर दिया है और अंदर किसी भी (Protest of security guard in Bilaspur AIIMS) अधिकारी को नहीं जाने दिया जा रहा है. इनका कहना है कि इन्हें स्थाई रोजगार दिया जाए. पढ़ें पूरी खबर....
वहीं, स्थानीय जनता का कहना है कि कंपनी की ओर से इन्हें (Protest of security guard in Bilaspur AIIMS) आश्वासन दिया गया था कि स्थानीय लोगों को रोजगार दिया जाएगा. लेकिन यहां पर कुछ ऐसा नहीं हो रहा है और बाहरी लोगों को रोजगार दिया जा रहा है. जिसको लेकर सोमवार को स्थानीय जनता भी भड़क उठी है और अपनी मांगो को लेकर एम्स के गेट पर धरने पर बैठ गए हैं. इनका कहना है अगर मांगों को नहीं माना गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा.
बता दें कि एम्स में (Bilaspur AIIMS Himachal Pradesh) बैक डोर एंट्री को लेकर यहां पर यह वबाल मचा हुआ है. वहीं, मौके पर पुलिस प्रशासन भी पहुंचा हुआ है. खबर लिखे जाने तक यहां पर कर्मचारी गेट पर प्रदर्शन के लिए डटे हुए थे. वहीं, आपको यह भी बता दें कि यहां एम्स में 25 सिक्योरिटी गार्ड को बिना किसी नोटिस से निकाल दिया गया. जिसका यह कड़ा विरोध कर रहे हैं क्योंकि इन 25 सिक्योरिटी गार्ड के बदले अन्य बैक डोर से 25 गार्ड भर्ती कर दिए हैं. उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तब तक वह इस प्रदर्शन में डटे रहेंगे.