देश में 17वीं लोकसभा की गठन के लिए हो रहे चुनाव में चुनाव आयोग आचार संहिता के पालन को लेकर, सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद ही सही, लेकिन लगातार सख्ती दिखा रहा है. चुनाव के दौरान आचार संहिता उल्लंघन के मामलों को लेकर आयोग जहां बसपा सुप्रीमो मायावती, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान पर कार्रवाई कर चुका है. वहीं अब हरियाणा में भी कई नेताओं पर चुनाव आयोग का चाबुक चलता दिखाई दे रहा है.
हरियाणा में आचार संहिता उल्लंघन के मामलों में अभी तक दोनों राष्ट्रीय दलों यानी कांग्रेस और बीजेपी के नेताओं को नोटिस भेजा जा चुका है. चुनाव आयोग ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और सिरसा लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार अशोक तंवर को आचार संहिता उल्लंघन के मामले में नोटिस जारी किया है. वहीं सिरसा लोकसभा सीट से ही बीजेपी की उम्मीदवार सुनीता दुग्गल को भी आचार संहिता उल्लंघन के मामले में नोटिस जारी किया गया है. दोनों से दो दिनों में नोटिस का जवाब मांगा गया है.
वहीं, पन्ना प्रमुखों को फर्जी वोट भी डलवाने के लिए कहने वाले बीजेपी नेता सुरेश भट्ट पर भी कार्रवाई की मांग की गई है. साथ ही, हथियारों के साथ फोटो वायरल होने पर पुलिस ने प्रदेश व्यापार मंडल के अध्यक्ष बजरंग दास गर्ग समेत 3 लोगों के हथियार लाइसेंस रद्द करने की सिफारिश डीसी से की है.
अशोक तंवर का मामला
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और सिरसा से कांग्रेस उम्मीदवार अशोक तंवर से जुड़ा मामला फतेहाबाद का है. जहां एक कार्यकर्ता मीटिंग करने के लिए पहुंचे अशोक तंवर ने बिजली कर्मचारियों को धमकी दी. मीटिंग के दौरान अशोक तंवर ने कहा था कि," मैं जब भी फतेहाबाद आता हूं, वे बिजली काट देते हैं. आज भी बिजली काटी हुई है, कार्यक्रम में जनरेटर से काम चलाया जा रहा है. ऐसे कर्मचारियों के सब कनेक्शन काट देंगे. उनके रिश्वत के कनेक्शन काटे जाएंगे, इनके दाना-पानी के कनेक्शन काटे जाएंगे. कार्यकर्ता निगम के कार्यकारी अभियंता और एसडीओ का नाम लिख लें, जैसे ही सरकार आएगी, सबसे पहले इन्हें ही सस्पेंड करूंगा."
अशोक तंवर पर यह बना मामला
सहायक रिटर्निंग अधिकारी सुरजीत सिंह नैन ने बताया कि कांग्रेस उम्मीदवार ने कार्यक्रम की कोई सूचना नहीं दी, वहीं अपने भाषण में अधिकारियों को लेकर टिप्पणी की जिस पर उन्हें नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है.
सुनीता दुग्गल ( फाइल फोटो ) सुनीता दुग्गल का मामलापूर्व IRS अधिकारी और सिरसा लोकसभा सीट से बीजेपी की उम्मीदवार सुनीता दुग्गल ने 16 अप्रैल को अलीका के दुर्गा मंदिर में एक जनसभा को संबोधित किया. लेकिन इसके लिए सुनीता दुग्गल ने संबंधित अधिकारी से स्वीकृति नहीं ली थी. जिसके बाद रतिया की सहायक रिटर्निंग अधिकारी ने सुनीता दुग्गल को आचार संहिता उल्लंघन का दोषी मानते हुए नोटिस जारी किया है. मामले में मंदिर कमेटी को भी नोटिस जारी किया गया है.
सुरेश भट्ट पर कार्रवाई की मांग
बीजेपी के संगठन मंत्री सुरेश भट्ट का एक वीडियो ट्विटर पर पोस्ट कर कांग्रेस नेता कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई ने आयोग से कार्रवाई की मांग की है. वीडियो में भट्ट कह रहे हैं, ‘बाहरी वोट, मरा हुआ वोट या फर्जी वोट सभी की व्यवस्था करनी है. यह करोगे तो पन्ना जीतोगे. पन्ना जीतोगे तो बूथ जीतोगे और बूथ से चुनाव जीतेंगे.
गैर कानूनी तरीके से मतदान कराने के लिए उकसाने के लिए सुरेश भट्ट पर कार्रवाई की मांग की गई है.
बजरंग दास गर्ग ( फाइल फोटो ) बजरंग दास गर्ग समेत 3 लोगों के हथियार लाइसेंस रद्द करने की सिफारिश
व्यापार मंडल के प्रदेशाध्यक्ष बजरंग दास गर्ग के ड्राइवर अग्रोहा निवासी विकास वेद ने बजरंग दास गर्ग, उनके बेटे अखिल, अपने मामा और निजी स्कूल के गार्ड बिजेंद्र के लाइसेंसी असलहों के साथ सेल्फी लेकर फेसबुक पर पोस्ट कर दी. पुलिस ने विकास और बिजेंद्र पर केस दर्ज किया है. सीआईए ने जांच के बाद डीसी से तीनों के असलहा लाइसेंस रद्द करने की सिफारिश की है.
वहीं मामले में बजरंग दास गर्ग ने कहा है कि ड्राइवर ने उनका विश्वास तोड़ा है.