भिवानी: होली के पर्व पर लोहारू और बाढ़डा में परंपरागत तरीके से होली की पूजा की गई. महिलाएं इस खास मौके पर पारंपरिक गीत गाती हुई होलिका के पास पहुंची और होलिका का पूजन किया. महिलाओं ने गोबर के बने बड़कुल्लों से होली का अच्छा श्रृंगार किया और अपने पतियों कि रक्षा के लिए रक्षा सूत्र बांधे.
लोहारू में बिखरे होली के रंग, ग्रामीणों ने डफली की थाप पर नाच कर मनाया पर्व
होली के त्योहार से देशभर में खुशी और उत्साह का माहौल है. हर तरफ लोग होली के रंगों में रंगे नजर आ रहे हैं. इसी बीच लोहारु और बाढ़डा क्षेत्र के लोगों ने भी श्रद्धा और उल्लास के साथ होली के त्योहार को मनाया. महिलाओं ने होलिका पूजन किया और पुरुषों ने जमकर नाच गाना किया.
होली के इस खास पर्व पर ग्रामीणों ने डफली की धमक पर जाम कर नाच गाना किया. आपको बता दें भारत में फाल्गुन मास को मस्ती का महीना माना जाता है. इस दौरान गांवों में लोग जगह-जगह टोलियों में नाचते-गाते दिखाई पड़ते हैं और आपसी मतभेद भुला कर इस एकता के त्योहार को मनाते हैं.
बता दें लोहारू क्षेत्र राजस्थान की सीमा से सटा हुआ इलाका है, जहां सदियों से फाल्गुन के महिने में डफली की थाप पर नाच-गाने की परंपरा है. यहां होली के पर्व पर चांदनी रात में लोग घरों से बाहर निकल कर एक साथ बैठते हैं और राधा-कृष्ण के प्रेम को दर्शाते हुए लोक गीत गाते हैं.