लॉकडाउन का देसी फ्रिज पर असर, नहीं बिक रहे हैं मिट्टी के बर्तन
झालावाड़ में लॉकडाउन के कारण कुम्हारों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया. गर्मियों में हाथों-हाथ बिकने वाली मटकियों को कोई पूछने वाला नहीं है. कुम्हारों ने मिट्टी के बर्तन तैयार तो कर लिए पर उनकी मेहनत बेकार जा रही है. इस लॉकडाउन ने 'गरीबों की फ्रिज' बनाने वाले या यूं कहें कि मिट्टी के बर्तन और मटके बनाने वाले कुम्हार परिवार की कमर तोड़ दी है. एक तो लॉकडाउन की वजह से वह कहीं बाहर मटकियां भी नहीं भेज सकते. दूसरा कोई घर से बाहर ही नहीं निकल रहा है तो कोई मिट्टी के बर्तनों को क्यों खरीदे. वहीं शादियों में मिट्टी के बर्तनों और मटकों का बड़ी तादाद में इस्तेमाल होता है लेकिन महीने भर से शादियां भी नहीं हो पा रही है. देखें पूरी रिपोर्ट...