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जागो का दावा, फर्जी डॉक्टर चला रहे हैं रकाबगंज कोविड सेंटर

जागो पार्टी ने दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के द्वारा चलाए जा रहे कोविड सेंटर में मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टरों की डिग्री पर सवाल उठाए हैं. जागो पार्टी के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन तथा दिल्ली कमेटी अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा को संबंधित डाक्टरों की MBBS की डिग्री सार्वजनिक करने की मांग की है.

International President of Jago Party Manjit Singh GK
जागो पार्टी के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके

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Published : Jun 18, 2021, 10:53 PM IST

नई दिल्ली:दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के द्वारा गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब में चलाए जा रहे कोविड सेंटर में मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टरों की डिग्री पर जागो पार्टी ने सवाल उठाए हैं. जागो पार्टी के अन्तर्राष्ट्रीय अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने आज पत्रकारों से बातचीत करते हुए दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन तथा दिल्ली कमेटी अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा को संबंधित डाक्टरों की MBBS की डिग्री सार्वजनिक करने की मांग की है.

'IHRO ने की फर्जी डॉक्टरों की व्यवस्था'

जीके ने दावा किया कि मुन्ना भाई MBBS की तर्ज पर दिल्ली कमेटी ने इन नकली डाक्टरों की व्यवस्था 'इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स आर्गेनाइजेशन' (IHRO) के माध्यम से की है. यह संस्था एक तरफ कोविड सेंटर का हवाला देकर लोगों से फंड इकट्ठा कर रही है और दूसरी तरफ पंजाब पुलिस का मुखबिर बनकर सिख नौजवानो को पंजाब के काले दौर के दौरान मरवाने वाले कामरेड बलदेव सिंह मान की बेटी सोनिया मान इस संस्था की इन्फ्लुएंसर है.

फर्जी डॉक्टर चला रहे हैं रकाबगंज कोविड सेंटर

'IMA की वेबसाइट पर इन डॉक्टरों के नाम नहीं'

जीके ने दावा किया कि इस संस्था के अध्यक्ष नेम सिंह प्रेमी, डायरेक्टर राजेश तजानिया तथा मुख्य कर्ताधर्ता रणजीत वर्मा अपने नाम के आगे डॉक्टर लिखते हैं और कोविड सेंटर में मरीजों को देखने का दावा करते हुए मीडिया को बाईट भी दे रहे हैं लेकिन जब हमने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की वेबसाइट पर जाकर इनके और इनके साथियों के नाम खंगाले तो इनमें से कोई भी वहां MBBS डॉक्टर के तौर पर मौजूद नहीं है.

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'MBBS की प्रवेश परीक्षा का पर्चा लीक करने का मुख्य सूत्रधार रणजीत वर्मा'

जीके ने खुलासा किया कि रणजीत वर्मा 2004 की AIPMT की MBBS की प्रवेश परीक्षा का पर्चा लीक करने का मुख्य सूत्रधार था और CBI ने इसे गिरफ्तार करके तिहाड़ जेल भेजा था. 5-8 लाख रुपए प्रति परीक्षार्थी लेकर रणजीत वर्मा उन्हें हल किया हुआ पेपर देता था. जबकि उस समय यह खुद नागपुर में मेडिकल छात्र के तौर पर पढ़ रहा था. इसलिए कब और कैसे यह डॉक्टर बन गया, यह बड़ा सवाल है.

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दिल्ली सरकार दिखाए फर्जी डॉक्टरों की डिग्री
जीके ने कहा कि दिल्ली सरकार और दिल्ली कमेटी इन फर्जी मेडिकल डॉक्टरों की डिग्री दिखाए, नहीं तो मरीजों की जान को ख़तरे में डालने की साज़िश रचने के खिलाफ जागो पार्टी सभी के खिलाफ जरुरी कानूनी कार्रवाई करेगी. क्योंकि फर्जी डाक्टरों को कोविड मरीजों के इलाज के लिए अधिकृत करने वाले सभी लोग समाज के दुश्मन हैं.

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