नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में आग लगने की घटनाएं लगातार होती जा रही है. बावजूद इसके न तो प्रशासन की नींद खुल रही है और ना ही फैक्ट्री मालिकों और स्थानीय लोग सबक ले रहे हैं.
नरेला अग्निकांड: नियमों को ताक पर रखकर बनाई गई थी बिल्डिंग
दिल्ली के नरेला में एक फैक्ट्री में आग लगने से हड़कंप मच गया. ये फैक्ट्री फायर विभाग के सभी नियमों को ताक पर रखकर चल रही थी. इस फैक्ट्री की बिल्डिंग में ना तो बिल्डिंग नॉर्म्स पूरा था और ना ही इसके पास एनओसी थी.
नरेला की फैक्ट्री में लगी आग
आज सुबह नरेला इलाके में एक फैक्ट्री में आग लगने से हड़कंप मच गया. दमकल की 36 गाड़ियां ने मौके पर पहुंचकर करीब 8 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. ये फैक्ट्री नरेला के सभी नियमों को ताक पर रखकर गैरकानूनी तरीके से चलाई जा रही थी. जिस पर अभी तक प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई थी.
नियमों को ताक पर रख कर चलाई जा रही थी फैक्ट्री!
नरेला की जिस फैक्ट्री में आज आग लगी उसमें कई नियमों को ताक पर रखकर काम किया जा रहा था. दमकल अधिकारी का कहना है कि इस फैक्ट्री में ना तो फायर की एनओसी ली गई थी और ना ही फायर नॉर्म्स को पूरा किया था. दरअसल बिल्डिंग नॉर्म्स के मुताबिक कोई भी इंडस्ट्रियल एरिया में फैक्ट्री बनाता है तो उसे फ्रंट में कुछ ऐसा ओपन छोड़ना होता है. जिसमें खिड़की दरवाजे पूरी तरीके से निकालने होते हैं, बालकनी निकालनी होती है जिससे किसी भी समय अगर कोई हादसा हो या आग लगे तो फैक्ट्री के अंदर धुआं ना भर सके और दम घुटने से कोई जान का नुकसान ना हो सके. लेकिन इस फैक्ट्री की बिल्डिंग सभी नियमों को ताक पर रखकर बनाई गई थी. साथ ही साथ फायर की एनओसी भी नहीं ली गई. यहां तक कि फायर सेफ्टी उपकरण तक फैक्ट्री के अंदर मौजूद नहीं मिले.