नई दिल्ली:दिल्ली यूनिवर्सिटी की आर्ट्स फैकल्टी के गेट नंबर 4 पर आइसा (AISA), एसएफआई (SFI) दिल्ली के साथ युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता और अन्य यूनिवर्सिटी के छात्र संगठन पहलवानों के समर्थन में मार्च निकालने के लिए जुटे. यहां छात्र संगठनों के तय कार्यक्रम के अनुसार, बजरंग पुनिया को भी आना था. समय दोपहर 12 का तय था, लेकिन वह नहीं आए. इधर 12 बजे से छात्र आने तो लगे, लेकिन जैसे ही दोपहर एक बजे के करीब छात्रों की संख्या बढ़ी और सड़क पर बैठकर छात्र जब अपना विरोध जताने लगे तो उन्हें दिल्ली पुलिस ने डिटेन कर लिया.
दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों को डिटेन इसलिए किया क्योंकि, छात्रों ने प्रदर्शन करने की इजाजत नहीं ली थी. इस दौरान पुलिस और छात्र संघटन में नोक झोंक भी हुई. दिल्ली पुलिस ने इस दौरान एसएफआई दिल्ली की और जेएनयूएसयू की अध्यक्ष आइशी घोष को भी डिटेन कर लिया. इस दौरान अन्य छात्र संगठन का विरोध तेज हुआ, और धीरे-धीरे सभी को दिल्ली पुलिस ने डिटेन कर लिया.
एसएफआई दिल्ली की ओर से बयान दिया गया है कि हम शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन दिल्ली पुलिस ने हम पर हमला किया और अटैक किया. डिटेन हो चुके छात्रों ने इस दौरान दिल्ली पुलिस गो बैक के नारे भी लगाए. दिल्ली पुलिस ने सभी प्रदर्शन करने वाले छात्रों को एक बस में भरकर थाने ले गई. डिटेन हुए छात्रों ने कहा कि क्या अब प्रदर्शन करने के लिए इजाजत मांगे. छात्रों ने कहा कि अगर हम इजाजत मांगते तो क्या हमें प्रदर्शन करने देते. जंतर-मंतर पर 11 दिनों से देश के पहलवान, जिन्होंने भारत का नाम रौशन किया.अब तक इन्हें न्याय नहीं मिला. हम उनके समर्थन में यहां आए. दिल्ली पुलिस ने हमें प्रदर्शन करने से रोक दिया. क्या यहीं लोकतंत्र है?