नई दिल्ली/ गाजियाबाद:गाजियाबाद के शिब्बनपुरा इलाके में आठवीं क्लास में पढ़ने वाले 15 साल के बच्चे की लाश घर में पंखे से लटकी हुई मिली. शुरुआती जानकारी के मुताबिक बच्चे ने आत्महत्या की है. आत्महत्या की वजह बेहद चौंकाने वाली है. बताया जा रहा है कि स्कूल में बच्चे को डांट लगाई गई थी और स्कूल से भगा दिया गया था. जिसके बाद बच्चा घर आया और घर में पंखे से लटककर बच्चे ने फांसी लगा ली. डांट लगाने की वजह भी बेहद चौंकाने वाली है. इसे सुनकर हर कोई आहत है.
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तीनों बच्चे पढ़ते हैं इसी स्कूल में :शिब्बनपुरा का रहने वाला 15 वर्षीय छात्र प्रिंस का शव घर में पंखे से लटका हुआ मिला. उसने फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली. ये बात शुरुआती जानकारी में कही जा रही है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है. परिवार वालों का कहना है कि मामला आत्महत्या का है, लेकिन आत्महत्या का कारण बच्चे के स्कूल वाले हैं, जिन्होंने बच्चे को डांट लगाई थी और उसे घर वापस भेज दिया था. बताया जा रहा है कि नर्सरी क्लास से ही प्रिंस इसी स्कूल में पढ़ता था और अभी वह आठवीं क्लास में पढ़ता था. बच्चे के पिता समय पर फीस नहीं दे पाते थे. बीते साल भी वह फीस अदा नहीं कर पाए थे लेकिन साल के अंत में उन्होंने पूरी फीस अदा कर दी थी. नया सेशन शुरू होने के बाद भी कुछ महीने की फीस बाकी थी जिसकी वजह से बच्चे को परेशान किया जा रहा था. आरोप है कि भरी क्लास में बच्चे को फीस नहीं देने की वजह से स्कूल में डांट लगाई जाती थी. आरोप है कि गुरुवार को बच्चा जब स्कूल गया तो उसे फीस नहीं देने की वजह से घर वापस भेज दिया गया. बच्चे के पिता मजदूर हैं और ज्यादा कमाई नहीं है. उनके तीन बच्चे हैं और तीनों इसी स्कूल में पढ़ते हैं. बच्चा बार-बार फीस के दबाव की वजह से टेंशन में आ गया था और वह डिप्रेशन में रहने लगा था. मगर यह डिप्रेशन उसकी जान पर इस तरह से भारी पड़ जाएगा यह किसी ने सोचा नहीं था. परिवार वालों का रो- रो कर बुरा हाल है. परिवार और करीबी लोग अब स्कूल पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. मामले में एफआइआर भी दर्ज कराई जा रही है.
माता-पिता दोनों करते हैं मजदूरी :दिल्ली एनसीआर में प्राइवेट स्कूलों पर कई तरह के आरोप लगते रहते हैं लेकिन यह मामला काफी संगीन है. बताया जा रहा है कि जैसे स्कूल में बच्चा पढ़ता था उस स्कूल का नाम हैप्पी मॉडल स्कूल है जो इलाके के रविदास नगर में है. बच्चे की मां भी मजदूरी करती है लेकिन ठीक से घर नहीं चल पाता है जिसके चलते बच्चे की फीस समय पर नहीं जा पाती थी. देखना यह होगा कि इस मामले में पुलिस क्या कार्रवाई करती है? क्योंकि जिस तरह से एक मासूम बच्चे के बारे में यह दुखद बात सामने आई है उससे हर कोई गुस्से में है. मांग सिर्फ यही की जा रही है कि फीस के लिए बच्चे को परेशान करने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि इस तरह से कोई बच्चा फिर आत्महत्या न करे. स्कूल प्रशासन ने कैमरे पर तो कुछ नहीं कहा लेकिन खुद पर लगे आरोपों से इनकार किया है.
"स्कूल मैनेजमेंट के खिलाफ शिकायत आई है, जिस पर जांच की जा रही है. आठवीं क्लास के बच्चे की आत्महत्या का मामला सामने आया है. जिसमें सिहानी गेट पुलिस को मिली शिकायत के आधार पर जांच की जा रही है. शिकायत में स्कूल मैनेजमेंट पर उत्पीड़न का आरोप लगाया गया है."
- ईरज राजा, एसपी देहात
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