हैदराबाद:भारतीय क्रिकेट टीम के हैट्रिक मैन और स्पिनर कुलदीप यादव 14 दिसंबर को अपना 27वां जन्मदिन मना रहे हैं. इस समय भले ही कुलदीप घुटने की सर्जरी के बाद से क्रिकेट मैदान से दूर हैं, लेकिन उनकी गेंदबाजी से आज भी बड़े से बड़ा बल्लेबाज डरता है. वह वनडे क्रिकेट में दो हैट्रिक लेने वाले पहले गेंदबाज भी बने हैं. भारतीय स्पिनर कुलदीप यादव का सफर इतना आसान नहीं रहा है.
बताते चलें, कुलदीप यादव का जब यूपी की अंडर-15 टीम में चयन नहीं हुआ तो वे बहुत ज्यादा दुखी हो गए थे. इसके बाद उन्होंने आत्महत्या करने का मन बना लिया था. लेकिन धीरे-धीरे समय बिता और कुलदीप की मेहनत भी रंग लाई. कुलदीप ने घरेलु क्रिकेट के साथ ही आईपीएल में केकेआर टीम में खेलने के दौरान सफलता हासिल की और टीम इंडिया के लिए उनके दरवाजे खुल गए. साल 2015 में खेले गए आईसीसी अंडर-19 क्रिकेट विश्वकप में कुलदीप हैट्रिक विकेट लेकर चर्चा में आ गए थे.
कुलदीप के पिता का ईट का भट्टा था. ऐसे में घर का खर्च चला पाना बहुत मुश्किल होता था. ऊपर से कुलदीप की तीन बड़ी बहनें भी हैं. कुलदीप अपने पिता का सपना पूरा करने के लिए उनके एक एकलौते बेटे हैं और ऐसे में उन्हें पिता का सपोर्ट करने के लिए क्रिकेटर बनने का सपना देखा.
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