दिल्ली

delhi

ETV Bharat / sports

IPL 2022: एक क्लिक में पढ़ें आईपीएल 2022 की अहम खबरें...

इंडियन प्रीमियर लीग 2022 का 15वां सीजन खेला जा रहा है. आईपीएल में रोजाना होने वाले मुकाबलों में कोई न कोई ऐसी घटना या बयान सामने आते हैं, जिसमें क्रिकेट प्रेमियों की दिलचस्प होती है. ऐसे में आइए जानते हैं आईपीएल 2022 की कुछ अहम खबरें...

IPL 2022  IPL 2022 Latest News  ipl 2022 Playoff  Playoff Race  IPL 2022 Updates  IPL Today Match  Gujarat Titans  Lucknow Super Giants  Mumbai Indians  RCB  Rajasthan Royals  आईपीएल 2022
IPL 2022 important News

By

Published : May 7, 2022, 3:43 PM IST

मुंबई:इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर केविन पीटरसन चाहते हैं कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) सनराइजर्स हैदराबाद के तेज गेंदबाज उमरान मलिक को तुरंत टेस्ट टीम में शामिल करे, क्योंकि अब इंतजार करने का कोई मतलब नहीं है. उमरान ने 5 मई को ब्रेबोर्न स्टेडियम में दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ अपनी टीम के मैच के दौरान 157 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आईपीएल 2022 की सबसे तेज गेंद फेंकी. 22 साल के खिलाड़ी ने 20वें ओवर की चौथी गेंद पर यह उपलब्धि हासिल की. रोवमैन पॉवेल ने उनकी गेंद पर चौका लगाया था. मलिक ने अंतत: 4-0-52-0 के आंकड़े के साथ अपना गेंदबाजी स्पेल समाप्त किया.

इससे पहले, युवा क्रिकेटर ने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में गुजरात टाइटंस के खिलाफ मैच में अपना पहला आईपीएल पांच विकेट हासिल किया था. मलिक ने तब 4-0-25-5 के आकड़े के साथ टीम में अपना योगदान दिया था. उमरान, जो कैश-रिच लीग में अपनी तेज गति से क्रिकेट प्रशंसकों को मंत्रमुग्ध कर रहे हैं, वे दक्षिण अफ्रीका के पूर्व महान डेल स्टेन से गुर सीख रहे हैं, जो वर्तमान में सनराइजर्स हैदराबाद के तेज गेंदबाजी कोच के रूप में काम कर रहे हैं.

यह भी पढ़ें:IPL 2022: बस एक क्लिक में पढ़ें आईपीएल की कई बड़ी खबरें...

पीटरसन ने बेटवे इनसाइडर के हवाले से बताया कि, इस समय आईपीएल में बहुत सारे युवा भारतीय तेज गेंदबाज हैं. विदेशी खिलाड़ियों में से केवल लॉकी फग्र्यूसन और अल्जारी जोसेफ अपनी गति के साथ तेज गेंदबाजी कर रहे हैं. कार्तिक त्यागी और मोहसिन खान दोनों तेज गेंदबाज हैं, लेकिन जो सबसे रोमांचक है वह उमरान मलिक हैं. उन्होंने 5 मई को दिल्ली के खिलाफ 157 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी की थी, जो अब तक का सर्वश्रेष्ठ है. पीटरसन ने कहा कि उमरान को पूर्व ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मिशेल जॉनसन की तरह 3-4 ओवर के छोटे स्पेल में लगाया जा सकता है.

पीटरसन ने कहा, आप मलिक का इस्तेमाल गेंदबाजी के लिए उसी तरह कर सकते हैं, जैसे ऑस्ट्रेलिया मिशेल जॉनसन का इस्तेमाल करता था. अगर मैं भारत का चयनकर्ता होता, तो मैं उसे इंग्लैंड के खिलाफ उस टेस्ट मैच के लिए चयन के लिए उपलब्ध कराता.

राशिद खान ने शानदार स्पेल में की गेंदबाजी, मुंबई के खिलाफ चटकाए थे दो विकेट

मुंबई इंडियंस के खिलाफ हार के बावजूद, गुजरात टाइटंस के स्पिनर राशिद खान ने शुक्रवार को दिखाया कि उनकी गेंदबाजी को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए. 23 साल के खिलाड़ी पिछले मैचों में टीम की तरफ से अपने बल्ले से भी अहम भूमिका निभाते नजर आए हैं. उन्होंने मुंबई के खिलाफ शुक्रवार को खेले गए मैच में चार ओवर में 24 रन देकर दो विकेट झटके. हालांकि, पांच बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस के खिलाफ गुजरात टाइटंस ने मात्र 5 रन से मैच को गंवा दिया था.

मुंबई की पारी के दौरान गुजरात टीम की ओर से राशिद ने जिस तरह से गेंदबाजी की वह वाकई काबिले तारीफ है, उन्होंने बल्लेबाजों पर दबाव बनाए रखा और अपने ओवरों में ज्यादा रन नहीं दिए. साथ ही उन्होंने पहली शुरुआती साझेदारी तोड़ने में अहम भूमिका निभाई. उन्होंने पहले रोहित शर्मा का विकेट झटका, जिसके बाद दूसरा विकेट किरोन पोलार्ड का चटकाया.

यह भी पढ़ें:IPL 2022: एक क्लिक में पढ़ें आईपीएल 2022 की अहम खबरें...

गुजरात टाइटंस के लिए राशिद खान की काबिलियत कभी सवालों के घेरे में नहीं रही. वह शानदार गेंदबाजी कराते हैं, जिस कारण बल्लेबाज भी कभी-कभी दबाव में आ जाता है. गुजरात भले ही मुंबई इंडियंस के खिलाफ नहीं जीता हो, लेकिन पूर्व मैचों में टीम के सभी खिलाड़ियों ने मैच में अहम भूमिका निभाई है. उन्होंने मैच के बाद खुलासा किया कि वह जानबूझकर ऐसी गेंदबाजी कर रहे थे, जिससे बल्लेबाज परेशानी में आएं.

राशिद ने कहा, हां, टी-20 में गेंदबाजी करते समय विकेट लेना हमेशा अच्छा होता है, लेकिन मेरे लिए यह थोड़ा अलग है. उन्होंने कहा, मैं हमेशा टीम की ओर ध्यान देता हूं. मेरे दिमाग में हमेशा यही होता है कि मैं एक अच्छी और किफायती गेंदबाजी करूं. यह ऐसी चीज हैं, जो हमेशा बल्लेबाजों पर दबाव डालती है और हम उम्मीद करते हैं कि विकेट दूसरे छोर पर आएंगे.

अफगानिस्तान के युवा खिलाड़ी के लिए जो बात सबसे अलग है वह यह है कि वह अपने खेल के बारे में बहुत जागरूक है. वह अच्छे से जानते हैं कि बल्लेबाजों को गेंदबाजी से परेशानी में रखो ताकि दूसरे छोर से विकेट आते रहें.

डेनियल सैम्स ने मुंबई इंडियंस को जीताने में निभाई मुख्य भूमिका

ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज डेनियल सैम्स ने दुनिया भर की विभिन्न क्रिकेट लीगों से अपनी शुरुआत की है. वहीं, उन्होंने आईपीएल में भी दिल्ली कैपिटल्स, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और मुंबई इंडियंस की टीम में अपनी मुख्य भूमिका निभाई है. आईपीएल 2022 में वह मुंबई की टीम में शामिल हैं. पांच बार की आईपीएल चैंपियन रह चुकी मुंबई इंडियंस इस सीजन में बाहर हो चुकी है. टीम ने अभी तक 10 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने शुक्रवार को दूसरी जीत हासिल की. टीम ने रोहित शर्मा की अगुवाई वाली गुजरात टीम से जीत को छीन लिया. एक समय पर गुजरात जीत की ओर बढ़ रही थी, लेकिन अंत में जीत मुंबई की हुई.

बाएं हाथ के तेज गेंदबाज डेनियल सैम्स ने धीमी गेंदें फेंकी और बल्लेबाजों के बल्ले से दूर रखी, जिस कारण वह बॉल को हिट करने में नाकाम रहे और अंतिम ओवर में पांच रन से मैच को गंवा दिया. ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने इस सीजन में अभी तक सात टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं, जिसमें वे शानदार फॉर्म में रहे हैं. हालांकि, सैम्स बल्लेबाजी में भी आगे हैं. उन्होंने 81 टी-20 मैच में 721 रन बनाए हैं और साथ ही 94 विकेट भी झटके हैं.

यह भी पढ़ें:IPL 2022: बस एक क्लिक में पढ़ें आईपीएल की कई बड़ी खबरें...

न्यू साउथ वेल्स के खिलाड़ी ने मुंबई इंडियंस की जीत के बाद अपनी रणनीति का खुलासा करते हुए कहा कि वह धीमी गेंदों को फेंकने पर ध्यान केंद्रित कर रहे थे, इसका एहसास उन्होंने बल्लेबाजों को नहीं होने दिया. सैम्स ने कहा, मैं अपनी धीमी गेंद पर ध्यान केंद्रित कर रहा था. मैंने अच्छी और धीमी गेंदबाजी करते हुए डेविड मिलर से गेंदों को थोड़ा दूर रखा. सीजन के शुरुआती चरण में कई मैचों में मिली हार के बावजूद खिलाड़ियों का मनोबल कमजोर नहीं हुआ है. सैम्स गेंदबाजी में टीम की ओर से मुख्य खिलाड़ी रहे हैं.

सैम्स ने स्टार-स्टड वाले मैदान में सर्वश्रेष्ठ इकॉनमी रेट के साथ अपनी गेंदबाजी को समाप्त किया, उन्होंने तीन ओवरों में केवल 18 रन दिए, जबकि जसप्रीत बुमराह ने अपने चार ओवरों में 48 रन दिए. सैम्स ने धीमी गेंदें फेंकी और अपनी वाइड डिलीवरी को सही किया, इसे ट्रामलाइन के अंदर रखा और सुनिश्चित किया कि गुजरात के बल्लेबाज गेंद को हिट न कर सकें. कप्तान रोहित शर्मा ने कहा, सैम्स पिछले कुछ मैचों में नहीं चले, लेकिन दुनिया को उनके प्रदर्शन के बारे में पता है, जिसे हमे बताने की जरूरत नहीं है. वह एक शानदार गेंदबाज हैं.

मुंबई ने 12वें ओवर के बाद मैच का रुख बदला

ब्रेबोर्न स्टेडियम में शुक्रवार को खेले गए गुजरात टाइटंस और मुंबई इंडियंस के बीच आईपीएल 2022 के 51वें मुकाबले में मुंबई इंडियंस ने बाजी मार ली. मैच की दूसरी पारी के दौरान एक हिट विकेट के बाद दो बल्लेबाजों के रन आउट होने से मैच का रुख बदल गया, जिस कारण गुजरात ने 5 रन से मैच को गंवा दिया और मुंबई ने सीजन की दूसरी जीत दर्ज की.

मुंबई की पहली पारी के दौरान रोहित शर्मा (43), ईशान किशन (45) और टिम डेविड (नाबाद 44) की बल्लेबाजी के बदौलत टीम ने 20 ओवरों में छह विकेट के नुकसान पर 177 रन की पारी खेली और गुजरात को 178 रन का लक्ष्य दिया. लक्ष्य का पीछा करने उतरी गुजरात टाइटंस की शुरुआत शानदार रही, जिसमें सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल और साहा ने टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई. दोनों बल्लेबाजों के बीच 106 रन की साझेदारी हुई, जिसमें दोनों बल्लेबाजों ने अर्धशतक लगाए. हालांकि गिल 52 रन पर और साहा 55 रन पर आउट हो गए

यह भी पढ़ें:इंग्लिश कप्तान बेन स्टोक्स ने काउंटी में 17 छक्के मारकर तोड़ा रिकॉर्ड

दोनों बल्लेबाज लेग स्पिनर मुर्गन अश्विन के हाथों आउट हुए. मुंबई को यहां 12वें ओवर के बाद दो सफलताएं हाथ लगी, फिर भी गुजरात के पास लाइन अप में कई सारे बल्लेबाज ऐसे थे, जो मैच को आसानी से जीता सकते थे. इस दौरान गुजरात को 42 गेंदों पर मात्र 67 रन की जरूरत थी.

टीम के दोनों नए बल्लेबाज क्रीज पर मौजूद थे, जिसमें साई सुदर्शन के साथ कप्तान हार्दिक पांड्या शामिल हुए. हालांकि, मैच ने अपना पहला मोड़ तब बदला जब साई सुदर्शन आउट हो गए, बल्लेबाज अजीबो-गरीब तरीके से आउट हुआ. उन्होंने गेंदबाज किरोन पोलार्ड की गेंद को हिट करने की कोशिश की, जिस कारण वे अपना संतुलन खो बैठे और बल्ले को विकेट में मार दिया. अंपायर को मजबूरन आउट देना पड़ा. अब टीम का स्कोर 16वें ओवर तक तीन विकेट पर 138 रन था. इसके बाद पांड्या रन आउट हुए और वापस पवेलियन लौट गए. दोनों बल्लेबाजों का विकेट टीम ने जल्द ही गंवा दिया, जिस कारण मैच ने भी अपनी रुख बदल दिया. उनके बाद राहुल तेवतिया क्रीज पर आए और डेविड मिलर के साथ पारी को आगे ले गए.

यह भी पढ़ें:IPL 2022, PBKS vs RR: पंजाब ने जीता टॉस, पहले बल्लेबाजी का फैसला

राहुल भी जल्दी रन बनाने के चक्कर में रन आउट हुए. उन्हें भी ईशान किशन ने अपना शिकार बनाया. किशन ने पहले पांड्या को भी रन आउट किया था. हालांकि, मिलर क्रीज पर मौजूद थे. राहुल के आउट होने के बाद राशिद खान क्रीज पर आए.

दोनों बल्लेबाजों ने 19वें ओवर पर 11 रन बटोरे और अब टीम को 6 गेंदों पर 9 रन की जरूरत थी और राशिद स्ट्राइक पर थे. आखिरी ओवर डेनियल सेम्स ने टीम की ओर से फेंका. राशिद ने एक रन लेकर मिलर को स्ट्राइक दे दी. इसके बाद मिलर स्ट्राइक पर थे और सेम्स के हाथों में मुंबई की जीत की कमान थी. हालांकि, सेम्स ने बल्लेबाजों पर दबाव बनाए रखा और आखिरी ओवर में मात्र 3 रन दिए, जिस कारण मैच मुंबई ने 5 रन से जीत लिया.

कमिंस ने कोरोना मामलों में बढ़ोतरी को लेकर फ्रंट-लाइन योद्धाओं को कराया उनकी जिम्मेदारी का अहसास

ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट कप्तान और केकेआर के स्ट्राइक गेंदबाज पैट कमिंस ने भारतीयों से कहा है कि वे कोविड-19 से लड़ने के लिए अपने प्रयासों को दोगुना करें, क्योंकि देश में कोविड संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है. कमिंस ऑस्ट्रेलिया में यूनिसेफ के राजदूत हैं, महामारी के बारे में संदेश फैलाने में वह सबसे आगे रहे हैं और उन्होंने अक्सर कोविड-19 फ्रंट-लाइन योद्धाओं को देश में महामारी के प्रसार को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करने का आह्वान किया है. कमिंस भारत में स्थिति की गंभीरता को पहचानने वाले आईपीएल में पहले क्रिकेटरों में से थे, जब देश पिछले साल महामारी की दूसरी लहर की चपेट में था.

उन्होंने शुक्रवार को एक बार फिर भारतीयों को उनके कर्तव्य की याद दिलाई, जब उन्होंने पिछले साल एक तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा था कि, कोविड-19 के कारण भारतीयों को एक बार फिर कोविड का सामना करना पड़ा था, क्योंकि यहां कोविड से संक्रमित लोगों के लिए ऑक्सीजन की कमी हो गई थी. मैंने शुक्रवार को यूनिसेफ इंडिया के साथ एक बैठक की है, जहां उन्होंने मेरे साथ कोविड की स्थित को लेकर चर्चा की है.

यह भी पढ़ें:IPL 2022, GT vs MI: मुंबई ने आखिरी ओवर में दर्ज की रोमांचक जीत, डेनियल सैम्स बने हीरो

कमिंस ने लिखा, अनगिनत अग्रिम पंक्ति के नायकों के लिए एक विशेष आभार, जो हर दिन खुद को खतरे में डालते हैं. एक साल पहले, भारत वायरस की चपेट में था, 30 अप्रैल 2021 को चार लाख से अधिक नए मामले दर्ज करने वाला पहला देश बन गया था. वास्तव में, किसी भी देश में इतने मामले देखने को नहीं मिले, जितना भारत ने दैनिक औसत आधार पर दर्ज किया.

कमिंस यूनिसेफ के राजदूत रहे हैं और उन्होंने यूनिसेफ इंडिया के साथ मिलकर काम किया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि परिवार और बच्चे समान रूप से न केवल पूरी तरह से ठीक हो गए हैं, बल्कि आपात स्थिति से पहले, अब और बाद में भी अच्छी तरह से सुरक्षित रहें.

ABOUT THE AUTHOR

...view details