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लीबिया के त्रिपोली के लिए संघर्ष में करीब 174 लोगों की मौत : WHO

WHO ने जानकारी देते हुए बताया कि लीबिया के त्रिपोली में हुए संघर्ष में करीब 174 लोगों की मौत हो गई, जबकि 758 लोग घायल हुए. मारे गए लोगों में कम से कम 14 आम नागरिक हैं. घायलों में भी 36 असैन्य नागरिक शामिल हैं.

लीबिया के त्रिपोली के लिए संघर्ष में करीब 174 लोगों की मौत.

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Published : Apr 16, 2019, 11:19 PM IST


त्रिपोली: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंगलवार को कहा कि लीबिया की राजधानी त्रिपोली पर नियंत्रण पाने के लिए हुई जंग में कम से कम 174 लोगों की मौत हो गई और 758 लोग घायल हुए हैं. यह लड़ाई चार अप्रैल को शुरू हुई जब सैन्य अधिकारी खलीफा हफ्तार ने त्रिपोली पर नियंत्रण पाने के लिए जंग शुरू कर दी थी.

देखें वीडियो. (सौ. APTN)

त्रिपोली संयुक्त राष्ट्र समर्थित गवर्नमेंट ऑफ नेशनल अकॉर्ड (GNA) की सरकार का केंद्र है.

लीबिया में आमतौर पर संयुक्त राष्ट्र समर्थित सरकार सत्ता में रहती है, लेकिन देश के अधिकांश हिस्से पर चरमपंथी गुटों का नियंत्रण है. मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय ने आंकड़े जारी कर बताया कि लड़ाई की वजह से 18 हजार से ज्यादा लोग विस्थापित हो गए हैं. हफ्तार के बलो ने अंतरराष्ट्रीय समर्थन प्राप्त 'गवर्मेंट ऑफ नेशनल एकॉर्ड' (जीएनए) के वफादारों से त्रिपोली का कब्जा छीनने के लिए हमला कर दिया है.

वहीं संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ने ट्विटर पर कहा कि हताहतों की संख्या में इजाफा होने के चलते विश्व स्वास्थ्य संगठन ने त्रिपोली क्षेत्र के अस्पतालों में ऑपरेशन करने वाली टीमों को तैनात कर दिया है. हालांकि राजधानी के दक्षिण शहर के बाहरी हिस्से में लड़ाई की चपेट में कम से कम आठ एंबुलेंसआई हैं, दोनों पक्षों से लड़ाई रोकने की अंतरराष्ट्रीय अपील की गई है, लेकिन दोनो पक्षों ने अंतरराष्ट्रीय अपील को अनसुना कर दिया है.

WHO के प्रवक्ता तारिक जसारेविच ने स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के हवाले से पत्रकारों को बताया कि मारे गए लोगों में कम से कम 14 आम नागरिक हैं. घायलों में भी 36 असैन्य नागरिक शामिल हैं.

सरकार समर्थित बलों और हफ्तार की तरफ से तैयार की गई लीबियाई राष्ट्रीय सेना (LNA) दोनों ही एक-दूसरे पर असैन्य नागरिकों को लक्ष्य बनाने का आरोप लगाते रहे हैं। दोनों ही जमीन पर हमले करने के साथ-साथ रोजाना हवाई हमले भी करते हैं.

प्रदर्शनकारी आमना बोइशी ने कहा, 'आज, मैं चौक के बाहर गई, मैंने वहां के हालात देखे, मुझे लगा कि हमें बाहर जाना चाहिए. आज, हमने एक भाषण तैयार किया, कि लीबिया नागरिक शासन के अधीन होगा. हम सैन्य शासन को स्वीकार नहीं करते हैं. सेना और पुलिस को नागरिक अधिकार के तहत होना चाहिए. त्रिपोली ना ही विनाश को स्वीकार नहीं करता है और ना ही युद्ध को. हम रक्तपात पर रोक लगाने का आह्वान करते हैं. मेरा मतलब है, अब जो हो रहा है वह एक गृह युद्ध है.'

प्रदर्शनकारी सलेम अल-ट्वती ने कहा, 'मैं विद्रोही (हिफ्टर) से कहता हूं, कि तुम और तुम्हारे बेटे, तुम और तुम्हारे भाड़े के लोग.....कोई भी 'ब्राइड ऑफ द सी' त्रिपोली में नहीं घुस सकता. तम, जो कि विवेक के और मातृभूमि के विक्रेता हो, तुम सभी के सभी पैसे के लिये 'ब्राइड ऑफ द सी' पर आना चाहते हो. लेकिन 'ब्राइड ऑफ सी' को आप पर कोई दया नहीं आएगी.'

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