दुबई : अमेरिका और ईरान के बीच बहुत अधिक तनाव के हालात हैं. ऐसे में ईरान ने दक्षिणी तट पर संभावित युद्धाभ्यास के लिए विमान वाहक पोत की प्रतिकृति बनाई है. उपग्रह से ली गई तस्वीरों से इस प्रतिकृति का पता चला.
हालांकि ईरानी अधिकारियों ने अब तक स्वीकार नहीं किया है कि उन्होंने ऐसी कोई प्रतिकृति बनाई है, लेकिन इसकी उपस्थिति का पता बंदरगाह शहर अब्बास पर लग रहा है. ऐसा माना जा रहा है कि ईरान के अर्धसैनिक बल रिवोल्यूशनरी गार्ड के जवान इसे डुबाने की कोशिश करेंगे क्योंकि ठीक इसी तरह का एक अभ्यास 2015 में भी किया गया था.
गौरतलब है कि मंगलवार को ईरान ने घोषणा की थी कि रिवोल्यूशनरी गार्ड के जनरल कासिम सुलेमानी की आवाजाही की जानकारी अमेरिका से साझा करने के दोषी शख्स को वह मौत की सजा देगा.
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बता दें कि मैक्सर टेक्नोलॉजिस ने उपग्रह से जो तस्वीरें लीं, उसके मुताबिक विमान वाहक पोत की प्रतिकृति पर 16 लड़ाकू विमानों के मॉडल भी रखे गए हैं. विमानवाहक पोत के मॉडल की लंबाई 200 मीटर और चौड़ाई 50 मीटर है, जबकि वास्तविक निमित्ज श्रेणी के विमान वाहक पोत की लंबाई 300 मीटर और चौड़ाई 75 मीटर है.
गौरतलब है कि ईरान ने फरवरी, 2015 में भी ग्रेट प्रोफेट-9 नाम से युद्धाभ्यास किया था, जिसमें इसी तरह के विमान वाहक पोत को डुबाने का अभ्यास किया गया था. युद्धाभ्यास के दौरान ईरान ने स्पीडबोट से विमानवाहक पोत पर मशीनगन और रॉकेट से हमला किया. इसके बाद में सतह से समुद्र में मार करने वाली मिसाइलों से विमानवाहक पोत की प्रतिकृति को निशाना बनाया गया.