न्यूयॉर्क :संयुक्त राष्ट्र में इजरायल के राजदूत गिलाद एर्दन ने रूस और चीन की आलोचना की. रूस और चीन ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में मध्य पूर्व में अमेरिका-संचालित मसौदा प्रस्ताव को वीटो कर दिया. इजरायल के राजदूत गिलाद एर्दन ने कहा कि इजरायल में, हम अपने अस्तित्व के लिए लड़ रहे हैं. यदि आपके किसी भी देश ने एक समान नरसंहार को सहन किया, तो मुझे यकीन है कि आप इजरायल की तुलना में बहुत अधिक ताकत के साथ विरोध करेंगे.
उन्होंने कहा कि आपके दिमाग में कोई सवाल नहीं होगा. उन्होंने कहा कि इस तरह के बर्बर आतंकवादियों के खिलाफ एक व्यापक सैन्य अभियान की आवश्यकता होती है. मसौदा प्रस्ताव में इजरायल पर कट्टरपंथी फिलिस्तीनी आंदोलन हमास की ओर से हमले की निंदा की और बंधकों की रिहाई और अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून के अनुपालन का जिक्र किया गया था.
हालांकि, प्रस्ताव को दस देशों से समर्थन मिला. रूस, चीन और यूएई ने इसके खिलाफ मतदान किया. टैस के अनुसार, दो अन्य देशों ने मतदान से परहेज किया. इससे पहले, मंगलवार को, रूस के संयुक्त राष्ट्र के स्थायी प्रतिनिधि, वासिली नेबेनज्या ने कहा कि उनका देश अमेरिकी संकल्प का समर्थन नहीं करेगा.