वेलिंगटन: न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में मस्जिदों में हुई गोलाबारी में 51 लोगों की मौत हुई थी. इस मामले में न्यूजीलैंड पुलिस ने ऑस्ट्रेलिया के नागरिक टैरंट पर आरोप लगाए हैं. 28 साल के टैरंट को उच्च सुरक्षा वाली जेल में रखा गया है. वह मुकदमे का सामना करने के लिए मानसिक रूप से स्वस्थ है या नहीं, यह पता लगाने के लिए उसकी जांचें चल रही हैं.
न्यूजीलैंड पुलिस ने मंगलवार को कहा कि 15 मार्च को क्राइस्टचर्च में दो मस्जिदों में गोलीबारी करने के आरोपी पर आतंकवाद का आरोप निर्धारित किया गया है.
बता दें कि नमाज के दौरान ऑस्ट्रेलिया के शख्स टैरंट ने नमाज़ियों पर गत 15 मार्च को मस्जिदों में अंधाधुंध गोलीबारी की थी. न्यूजीलैंड में हत्या करने के आरोपी पर पहली बार आधिकारिक तौर पर आतंकवाद का आरोप लगाया गया है.
आतंकवादी दमन अधिनियम 2002 की धारा 6 ए के तहत ब्रेंटन टैरंट के खिलाफ आतंकवादी गतिविधि करने का आरोप दायर किया गया है. 28 वर्षीय ब्रेंटन टैरंट अब 51 हत्याओं और 40 हत्याओं के प्रयास के आरोपों के साथ-साथ आतंकवाद के आरोपों का भी सामना करेगा.
ऑकलैंड की हाई-सिक्योरिटी जेल पारेमोरो में टैरंट को रखा गया है. खबर है कि 14 जून को टैरंट की पेशी हो सकती है.
पुलिस ने अपने बयान में बताया कि आरोपपत्र में कहा जाएगा कि क्राइस्टचर्च में आतंकवादी कृत्य किया गया है.
पुलिस ने बताया कि आतंकवाद का आरोप लगाने का फैसला अभियोजकों और सरकार के कानूनी विशेषज्ञों से सलाह-मशविरे के बाद किया गया है.
पुलिस पीड़ित परिवारों और बचे लोगों से मिली और उन्हें नए आरोपों की जानकारी दी. साथ ही चल रही जांच और अदालत की प्रक्रिया के बारे में भी उन्हें जानकारी दी.