बाल्टीमोर (अमेरिका) : विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने छह अक्टूबर को बच्चों के लिए मलेरिया के पहले टीके को मंजूरी दी. संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ने इसे ऐतिहासिक क्षण करार दिया.
अफ्रीका के लिए डब्ल्यूएचओ के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. मात्शिदिसो मोएती के अनुसार आरटीएस, एस/एएस01 टीका जिसे मॉस्क्युरिक्स नाम से जाना जाता है, अफ्रीका के लिए आशा की एक किरण है. इसे अब बच्चों को दुनिया की सबसे पुरानी और सबसे घातक बीमारियों में से एक से बचाने के लिए शुरू किया जाएगा.
मलेरिया और वैश्विक बाल स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. मिरियम के. लॉफर ने टीके और डब्ल्यूएचओ की घोषणा के बारे में सवालों के जवाब दिए.
डब्ल्यूएचओ ने क्या घोषणा की है?
डब्ल्यूएचओ ने आरटीएस, एस मलेरिया टीके के इस्तेमाल की सिफारिश की है, जिसका निर्माण दवा कंपनी ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन ने किया है. यह वैश्विक स्वास्थ्य निकाय द्वारा अनुशंसित मलेरिया का पहला टीका है. मलेरिया के ज्यादा मामले वाले तीन उप-सहारा अफ्रीकी देशों मलावी, केन्या और घाना में टीके के दो साल के प्रायोगिक अध्ययन की समीक्षा की गई. सावधानीपूर्वक मूल्यांकन और व्यापक चर्चा के बाद डब्ल्यूएचओ इस बात पर सहमत हुआ कि मध्यम से लेकर ज्यादा मलेरिया के मामलों वाले क्षेत्रों के बच्चों में उपयोग के लिए टीके की सिफारिश की जानी चाहिए.
इसे बड़ा घटनाक्रम क्यों माना जा रहा है?
मलेरिया से हर साल लाखों बच्चों की मौत हो जाती है. इनमें से ज्यादातर मौतें उप-सहारा अफ्रीका में होती हैं. यह पहली बार है कि शोधकर्ताओं, टीका निर्माताओं, नीति निर्माताओं ने सफलतापूर्वक टीके का निर्माण किया है जिसने इसे नैदानिक परीक्षणों के माध्यम से बनाया है और न केवल नियामकीय अनुमोदन प्राप्त किया है बल्कि डब्ल्यूएचओ से भी मंजूरी हासिल की है. यह टीका मलेरिया के लगभग 30 प्रतिशत ऐसे गंभीर मामलों को रोकता है जिससे मृत्यु होने की अधिक आशंका होती है.
शोधकर्ताओं को पता था कि आरटीएस, एस अच्छी तरह से नियंत्रित नैदानिक परीक्षणों में प्रभावी था, लेकिन कुछ सवाल इस बारे में बने रहे कि क्या उप-सहारा अफ्रीकी देशों के लिए चार-खुराक वाले टीके को सुरक्षित रूप से प्रस्तुत करना संभव है. बहरहाल, 2019 के बाद से, मलावी, केन्या और घाना में मलेरिया के टीके के क्रियान्वयन कार्यक्रम ने अच्छी राह दिखाई है. अब तक इन तीन देशों में लगभग 8,00,000 बच्चों को टीका लगाया जा चुका है.
कितना खतरनाक होता है मलेरिया?