वॉशिंगटन : दुनियाभर के देशों में रंगभेद के खिलाफ प्रदर्शन दिन ब दिन बढ़ रहे हैं. अमेरिका में अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद से इन प्रदर्शनों को मानो हवा सी मिल गई है. अमेरिका समेत कई अन्य देशों में इस घटना के खिलाफ रोष व्याप्त है. रंगभेद के खिलाफ प्रदर्शन वैसे तो कोई नई बात नहीं. समय-समय पर इससे पहले भी प्रदर्शनों के जरिये नागरिकों का गुस्सा फूटा है.
आइए, नजर डालते हैं इससे पहले हुए कुछ प्रदर्शनों पर, जब लोगों ने अश्वेत नागरिकों के खिलाफ भेदभाव और ज्यादती को लेकर विरोध प्रदर्शन किए और अपना गुस्सा निकाला.
अमेरिका
टेनेसी
टेनेसी में मशहूर राजनीतिज्ञ एडवर्ड कार्मैक की प्रतिमा को कुछ प्रदर्शनकारियों ने गिरा दिया. आपको बता दें कार्मैक ने लिंचिंग के समर्थन में संपादकीय लिखे थे और उनपर पत्रकारों और कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा भड़काने का भी आरोप था.
अलबामा
बर्मिंघम में, प्रदर्शनकारियों ने 31 मई को लिन पार्क में कॉन्फेडरेट नौसेना के कप्तान चार्ल्स लिन की आठ फुट ऊंची कांस्य प्रतिमा को गिरा दिया.
वर्जीनिया
छह जून को, रिचमंड में प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने शहर के मोनरो पार्क में कॉन्फेडरेट जनरल विलियम्स कार्टर विकम की एक प्रतिमा को गिरा दिया.
केंटकी
आठ जून को लुइसविले में चेरोकी ट्राइंगल नेबरहुड में कॉन्फेडरेट सैनिक जॉन बी. कैसल मैन की प्रतिमा को हटा दिया गया.
फ्लोरिडा
नौ जून को, जैक्सनविले लाइट इन्फैंट्री, कॉन्फेडेरसी में एक कांस्य टॉपर को शहर से हटा दिया गया.
इंडियानापोलिस
इंडियानापोलिस के गारफील्ड पार्क में कॉन्फेडरेट सैनिकों का एक 35 फुट लंबा स्मारक आठ जून को सार्वजनिक जगह से हटा दिया गया.