नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन को ढाई माह से अधिक का समय हो गया है, लेकिन किसान अपनी मांगों को लेकर अड़े हैं. किसानों का कहना है कि तीनों नए कृषि कानूनों की वापसी से पहले वे दिल्ली की सीमाओं से हटने वाले नहीं हैं. इसी बीच राकेश टिकैत ने बताया कि गाजीपुर बॉर्डर पर किसान क्रांति पार्क बनाया जाएगा. इसकी शुरुआत हम कांटों के जवाब फूल लगाकर कर चुके हैं.
उन्होंने कहा कि इस पार्क में किसानी झंडा लगाया जाएगा. जल्द ही किसान क्रांति पार्क को मूर्त रूप दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि सरकार आंदोलन को लंबा करना चाहती है. किसानों ने भी उसी तरह से रणनीति तैयार कर ली है. बॉर्डर पर रणनीति के तहत आंदोलन चलाया जाएगा. जो किसान आंदोलन स्थल पर सोमवार को पहुंचेगा वह सोमवार को ही घर वापस जाएगा. इस प्रकार आंदोलनकारी आंदोलन पर भी नजर रख सकेंगे और अपने खेत पर भी. ऐसी स्थिति में जरूरत पड़ी तो आंदोलन अक्टूबर से आगे भी चलाया जा सकेगा.
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