नई दिल्ली: घरेलू शेयर बाजार में इस सप्ताह लोकसभा चुनाव के नतीजों को लेकर चल रही अटकलों के बीच अस्थिरता बनी रह सकती है. सात चरणों में हो रहे लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में रविवार को देश के सात राज्यों व एक केंद्र शासित प्रदेश की कुल 59 सीटों के लिए मतदान हो रहा है.
आखिरी चरण का मतदान संपन्न होने के बाद एक्जिट पोल का दौर शुरू होगा, जिसमें विभिन्न मीडिया व अन्य एजेंसियां चुनाव नतीजों के संबंध में अपने अनुमान जारी करेंगे. इसका असर अगले दिन सोमवार को शेयर बाजार पर देखने को मिलेगा.
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सप्ताह के शुरुआती तीन सत्र मुख्य रूप से चुनाव सर्वेक्षणों और कयासबाजी की गिरफ्त में रहेंगे, जबकि चौथे सत्र पर चुनाव नतीजों का असर देखने को मिलेगा. बाजार के एक जानकार ने बताया कि चुनाव के नतीजे अगर मौजूदा सरकार के पक्ष में आए तो बाजार में जबरदस्त उछाल देखने को मिलेगा. हालांकि यह देखने वाली बात होगी कि चुनाव के नतीजों पर बाजार की कैसी प्रतिक्रिया रहती है.
बहरहाल, प्रमुख कंपनियों की चौथी तिमाही के नतीजे, अंतर्राष्ट्रीय बाजार के संकेतों और डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल और कच्चे तेल के भाव पर बाजार की नजर बनी रहेगी. निवेशकों की निगाह विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों-एफपीआई और घरेलू संस्थागत निवेशकों-डीआईआई पर रहेगी.
हफ्ते की शुरुआत में सोमवार को भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन, हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन और टाटा मोटर्स बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही के अपने नतीजे जारी करने वाली हैं. इसके बाद मंगलवार को भी कुछ कंपनियों के नतीजे आ सकते हैं. सिप्ला और इंड्सइंड बैंक की चौथी तिमाही के नतीजे बुधवार को आने वाली हैं. ग्रासिम इंडस्ट्रीज के नतीजे शुक्रवार को आएंगे.
उधर, अमेरिका-चीन व्यापारिक तनाव की दिशा में प्रगति पर भी बाजार की नजर होगी. जापान में जीडीपी के आंकड़े सोमवार को जारी हो सकते हैं और अमेरिकी केंद्रीय बैंक की बैठक के मिनट बुधवार को जारी होने वाले हैं.