आंध्र प्रदेश : जीवन में सभी को कुछ न कुछ करने का शौक होता है. ऐसा ही शौक आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा से ताल्लुक रखने वाले बाबू राव (Babu rao ) को भी है. उन्हें पोस्ट कार्ड, टिकट, पोस्टल कवर इकट्ठा करने का शौक है. वह 45 साल से डाक कार्ड एकत्र कर रहे हैं.
उन्होंने 54 देशों के पोस्ट कार्ड, टिकट, डाक कवर एकत्र किए हैं. उन्होंने 1967 से कार्ड संग्रह शुरू किया और अब तक उन्होंने 10 हजार से ज्यादा पोस्ट कार्ड, टिकट और पोस्टल कवर इकठ्ठे कर लिए हैं.
1960 में बाबूराव माता-पिता बर्मा (migrated from Burma) से पलायन करके भारत आए थे. बाद में वे विजयवाड़ा में बस गए. उन्होंने 54 देशों के पोस्ट कार्ड (post cards) जमा कर रिकॉर्ड बनाया है.
इस दौरान उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, लंदन, चीन और म्यांमार सहित कई देशों के 120 से अधिक लोगों से दोस्ती की और उन्हें पत्र लिखे.
आंध्र के इस शख्स के पास 54 देशों के 10 हजार पोस्ट कार्ड का कलेक्शन वह हमारे देश में जारी किए गए डाक टिकट और डाक कार्ड को अन्य देशों में भेजते हैं और वहां से डाक कार्ड और टिकट एकत्र करते हैं. उनके पास महारानी एलिजाबेथ की शादी (queen Elizabeth marriage) के दौरान कार्ड भी जारी किया गया कार्ड भी है.
उनकी दोस्ती न केवल समान आयु वर्ग के लोगों से है बल्कि उनकी दोस्ती छात्रों, शिक्षकों, बैंक कर्मचारियों के साथ है. उनके माध्यम से वह कार्ड और टिकटों को इकठ्ठा करते हैं. बाबूराव ने निजाम, ग्वालियर, त्रावणकोर और मैसूर राजाओं के नाम वाले पोस्टकार्ड और लिफाफे के कवर एकत्र किए हैं.
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बाबू राव ने ईस्ट इंडिया कंपनी (East India Company ) के शासन में जारी पोस्ट कार्ड भी मौजूद हैं. साथ ही दुनिया का सबसे लंबा थाई स्टैंप (world's longest Thai stamp) और अब्राहम लिंकन (Abraham Lincoln) से संबंधित एक पोस्टकार्ड भी है.
बाबू राव ने बताया कि उन्होंने 54 देशों के पोस्ट कार्ड, 10,000 से अधिक डाक टिकट, लिफाफे के कवर एकत्र किए हैं. इसके माध्यम से मुझे उन्हें विभिन्न देशों की संस्कृति का पता चला है और ढेर सारा ज्ञान प्राप्त हुआ. उन्होंने बताया कि वह विभिन्न देशों की मुद्राएं एकत्र करने की योजना बना रहे हैं.