चमोली (उत्तराखंड): केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया दो दिवसीय उत्तराखंड दौरे पर हैं. गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री का उत्तराखंड दौरा शुरू हुआ था. कल देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उनका स्वागत किया था. उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने भी पुष्प गुच्छ भेंट कर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया का शानदार स्वागत किया था.
चमोली में आईटीबीपी के जवानों से मिले मनसुख मांडविया:गुरुवार को देहरादून में अपने कार्यक्रम संपन्न कर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया सीमांत जनपद चमोली के दौरे पर पहुंच गए थे. आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने आईटीबीपी के जवानों से मुलाकात की है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने चमोली जिले के मलारी बेस कैंप में भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के जवानों से मुलाकात की है. मनसुख मंडाविया ने जवानों से उनका हालचाल पूछा. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने उनको पेश आने वाली दिक्कतों के बारे में भी जानकारी.
ITBP के जवानों से मिलते केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री
मलारी में आईटीबीपी जवानों से मिलने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने ट्वीट किया. उन्होंने लिखा- @ITBP_officialकैंप में समय बिताने का अवसर मिला और जवानों के साथ बातचीत की. कठिन से कठिन परिस्थितियों में ITBP के जवान हमारी रक्षा में तैनात हैं. इन जवानों के परिश्रम और त्याग को नमन करता हूँ. जय हिन्द.
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तीन हजार मीटर की ऊंचाई पर है आईटीबीपी का बेस कैंप: मलारी उत्तराखंड के सीमांत जनपद चमोली जिले के जोशीमठ से भी आगे स्थित है. भारत तिब्बत सीमा पर स्थित आईटीबीपी के बेस कैंप की ऊंचाई 3 हजार मीटर से ज्यादा है. ये इलाका अक्सर बर्फ से ढका रहता है. नवंबर, दिसंबर, जनवरी और फरवरी में हालात ये हो जाते हैं कि मलारी गांव के लोग ठंड से बचने के लिए राज्य के निचले इलाकों में चले जाते हैं. आज इसी आईटीबीपी बेस कैंप में पहुंचकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने जवानों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना.
खराब मौसम से दो-चार हुए मनसुख मंडाविया: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री पर भी मौसम की मार पड़ गई. भारत तिब्बत सीमा के सीमांत मलारी गांव पहुंचे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया को आज देहरादून लौटना था. मलारी क्षेत्र में हिमपात और मौसम ख़राब के चलते हेलीकाप्टर नहीं पहुंच पाया. इस कारण केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को सड़क मार्ग से मलारी से जोशीमठ पहुंचना पड़ा. जोशीमठ में नरसिंह मंदिर में दर्शन के पश्चात केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मौसम साफ़ होने का इंतज़ार करते रहे. गौचर हवाई अड्डे से भी सरकार के चार्टर प्लेन को जोशीमठ भेजकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को देहरादून ले जाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था देखी जा रही है.