लखनऊ :अयोध्या में एक बेहद सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें एक साल पहले संदिग्ध परिस्थितियों में एक सड़क हादसे में मारे गए युवक के शव को कब्र से निकलवाया गया है. यह पूरी कार्रवाई न्यायालय के आदेश पर हुई है, जिसके बाद अधिकारियों की मौजूदगी में कंकाल में तब्दील हो चुके शव को बाहर निकलवाकर फिर से पूरे मामले की जांच की जा रही है. वहीं इस पूरे प्रकरण में हत्या और साक्ष्य छिपाने की धाराओं में आरोपियों पर मुकदमा दर्ज किया गया है.
जानें पूरा मामला
अयोध्या के ग्रामीण थाना क्षेत्र हैदरगंज इलाके में एक बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक वर्ष पूर्व संदिग्ध परिस्थितियों में मारे गए युवक के शव को न्यायालय के आदेश पर कब्र से खुदवाकर फिर से पूरे मामले की जांच की जा रही है. इतना ही नहीं न्यायालय ने मृतक के परिजनों की अपील पर हत्या और साक्ष्य छुपाने का मामला भी दर्ज किया है. सोमवार को नायब तहसीलदार गरिमा वर्मा की मौजूदगी में शव की बरामदगी के लिए कब्र की खुदाई की गई.
संदिग्ध परिस्थितियों में मौत
इस घटनाक्रम में 7 अक्टूबर वर्ष 2019 को हरिकेश पुत्र नाम निरंजन उम्र 30 वर्ष अपने साथी सुभाष निवासी थाना अहिरौली जनपद अंबेडकरनगर के साथ मोटरसाइकिल चलाते हुए हैदरगंज से अपने गांव थरिया कला वापस आ रहा था, लेकिन उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में सड़क हादसे में मौत हो गई. मृतक की मोटरसाइकिल सड़क पर बनी पुलिया से टकराती हुई गिरी पड़ी हुई थी और शराब की शीशियां भी इधर-उधर बिखरी थी, जबकि मृतक का हेलमेट दूसरे दिन दूर गड्ढे में पड़ा मिला था.