ग्वालियर। 17 सितंबर को अफ्रीकन चीतों का बसेरा बने कूनो नेशनल पार्क से खुशखबरी आई है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस मादा चीते का नाम 'आशा' रखा था, वह जल्द अपने बच्चों को जन्म देने वाली है. यह सुखद खबर आने के बाद अब उम्मीद जताई जा रही है कि मध्य प्रदेश आगामी समय में चीतों की आबादी का सबसे बड़ा गढ़ बन सकता है. हालांकि इसको लेकर कूनो अभ्यारण के अधिकारी कुछ भी बोलने से इंकार कर रहे हैं. नामीबिया की चीता फंड की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर लोरी मार्कर ने संकेत दिये है कि 'आशा' जंगल से आई है, इस वजह से संभवत है कि वह गर्भवती है. sheopur kuno national park, namibia cheetah asha pregnant
आशा चीता हो सकती है गर्भवती: इस समय मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क फिर सुर्खियों में आ गया है. हाल में ही देश के प्रधानमंत्री मोदी ने नामीबिया से आए अफ्रीकन चीतों को कूनो में छोड़ा था. 70 साल बाद दोबारा इस देश की धरती पर चीतों की रौनक देखने को मिली, लेकिन इसी बीच अब एक और खुशखबरी सामने आई है. बताया जा रहा है कि पीएम मोदी ने जिस मादा चीते का नाम आशा रखा था वह गर्भवती है. इसको लेकर चीता कन्वर्सेशन फंड की प्रमुख लोरी मार्कर ने संकेत दिए हैं कि साढ़े तीन साल की आशा नामीबिया के प्राकृतिक जंगली वातावरण में रह रही थी, इसलिए वह गर्भवती हो सकती है और यह भारत के लिए एक उपहार जैसा है. उनका कहना है कि आशा में कई प्रकार के शारीरिक व्यवहारिक और हारमोंनस बदलाव दिखाई दे रहे हैं. यह बदलाव वैसे ही हैं जैसे गर्भवती मादा चीता में होते हैं.
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खान पान का रखा जाएगा विशेष ध्यान:इसीलिए टीम आशा के स्वास्थ्य को लेकर सतर्क हो गई है. चीता कन्वर्सेशन फंड की कार्यकारी निदेशक ने लोरी मार्कर ने कहा है कि अगर आशा गर्भवती है तो यह उसका पहला मौका है और इसको लेकर उसके बाड़े में खाने-पीने की पूरी व्यवस्था होनी चाहिए. हालांकि अभी तक इन संकेतों से ऐसा लग रहा है कि सुनिश्चित करने के लिए अक्टूबर के आखिरी तक इंतजार करना होगा. हालांकि इसको लेकर अब कूनो अभ्यारण में आशा की देखरेख और उसके खानपान की विशेष निगरानी की जा रही है.
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मोदी ने एक मादा चीता का नाम रखा आशाः पांच मादा चीताें में से एक को आशा नाम से दिया गया है, यह नाम खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुझाया था. उन्होंने 17 सितंबर को कूनो में चीतों को बाड़े में छोड़कर 70 साल के इंतजार को खत्म किया था. लगभग चार साल की आशा को चीता संरक्षण कोष (CCF) में लाए जाने के बाद कोई नाम नहीं दिया गया. इसलिए नामीबिया और सीसीएफ ने जन्मदिन के उपहार के रूप में पीएम मोदी के लिए मादा चीता का नामकरण करने का अवसर आरक्षित कर दिया था.
जाने नामीबिया से आये मेहमानों के नामः एक अन्य मादा चीता दक्षिण-पूर्वी नामीबिया की दो साल की सियाया हैं. यह सितंबर 2020 से सीसीएफ में थीं. एक अन्य मादा चीता 2.5 वर्षीय बिल्सी का जन्म अप्रैल 2020 में नामीबिया के दक्षिण-पूर्वी शहर ओमरुरु में एरिंडी प्राइवेट गेम रिजर्व में हुआ था. सबसे पुरानी और वरिष्ठ पांच साल की मादा चीता है. इसका नाम साशा है, जो सवाना की करीबी दोस्त है. सवाना उत्तर-पश्चिमी नामीबिया की एक मादा चीता. (Sheopur Kuno first day of cheetahs on Indian soil) (Sheopur Kuno Modi named a female cheetah Asha)(sheopur kuno national park) (namibia cheetah asha pregnant) (namibia cheetah name asha by pm modi) (cheetah asha pregnant in mp)