नई दिल्ली : दिल्ली में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) के आवास पर विपक्ष को एकजुट करने के लिए राष्ट्र मंच की बैठक हुई. जिसमें राजनीतिक व गैर-राजनीतिक हस्तियों ने भाग लिया.
इस अहम बैठक में टीएमसी नेता यशवंत सिन्हा, गीतकार जावेद अख्तर, राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) के अध्यक्ष जयंत चौधरी, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला, पूर्व जेडीयू नेता पवन वर्मा, सीपीआई सांसद बिनॉय विश्वम तथा अन्य नेता शामिल हुए.
बैठक के बाद टीएमसी नेता यशवंत सिन्हा ने कहा कि राष्ट्र मंच की बैठक ढाई घंटे तक चली और कई मुद्दों पर चर्चा हुई. वहीं, आरएलडी अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि बैठक में किसानों के मुद्दे, अर्थव्यवस्था तथा अन्य राष्टव्यापी मुद्दों पर चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि किसान राजनीति हमेशा असरदार रही है, देश की राजनीति में जब-जब परिवर्तन आए हैं, उनमें किसानों की अहम भूमिका रही है.
राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक मुद्दों पर हुई चर्चा
मीडिया को संबोधित करते हुए एनसीपी नेता मजीद मेनन ने कहा कि राष्ट्र मंच की यह बैठक भाजपा के खिलाफ एकजुट पार्टियों की बैठक नहीं थी और न ही कांग्रेस को बहिष्कार करने के लिए आयोजित हुई थी. कांग्रेस को भी निमंत्रण दिया गया था. इस बैठक में देश के राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक मुद्दों पर बातचीत हुई.
उन्होंने कहा कि बैठक में लोगों के सुझाव सुने गए. जावेद अख्तर और न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) एपी शाह ने भी अपने विचार रखे. यह कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं था.
प्रेस वार्ता में समाजवादी पार्टी के नेता घनश्याम तिवारी ने कहा कि राष्ट्र मंच एक 'मंच' होगा जिसमें देश के विकास और भविष्य के लिए दृष्टि रखने वाला हर कोई शामिल होगा, चाहे वह राजनीतिक दल, सामाजिक संगठन या व्यक्ति हो. राष्ट्र मंच में देश-विदेश के वे लोग भी शामिल होंगे, जो देश के बारे में सोचते हैं.
तिवार ने कहा कि बैठक में हमने यह चर्चा की कि पेट्रोल और डीजल की कीमतें कैसे प्रभावित कर रही हैं, खासकर किसान और मध्यम वर्ग. राष्ट्र मंच एक ऐसी जगह बनाएगा, जहां हर कोई एक साथ आ सकता है और सरकार को आवाज दे सकता है. अगली बैठक में अधिक लोगों को शामिल करने पर ध्यान दिया जाएगा.
राष्ट्र मंच की बैठक में कांग्रेस के शामिल नहीं होने पर सफाई
मजीद मेमन ने कहा कि यह बैठक कांग्रेस को अलग-थलग करने के लिए नहीं थी, न ही भाजपा के खिलाफ थी. हमने कांग्रेस के पांच सांसदों को बैठक में आमंत्रित किया था, लेकिन वे किसी मजबूरी के कारण बैठक में नहीं आ पाए.
बैठक से पहले सीपीआई सांसद बिनॉय विश्वम ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि देश में नफरत फैलाने वाली सरकार विफल हो गई है. देश को बदलाव की जरूरत है. लोग बदलाव के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि राष्ट्र मंच सभी धर्मनिरपेक्ष व लोकतांत्रिक वाम ताकतों का एक मंच है, जो नफरत की राजनीति के खिलाफ खड़ा हुआ है.
वहीं, राष्ट्र मंच की बैठक में शामिल होने पहुंचे पूर्व जेडीयू नेता पवन वर्मा ने कहा कि बैठक का कोई फिक्स एजेंडा नहीं है. राष्ट्र मंच (Rashtra Manch) विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिए एक खुला मंच है और इसी कड़ी में यह बैठक आयोजित की जा रही है.