बेंगलुरु : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कारवार की दो दिवसीय यात्रा पर हैं. उन्होंने कारवार नौसेना बेस में भारतीय नौसेना कर्मियों के साथ योग सत्र में भाग लिया. रक्षा मंत्री कलवरी श्रेणी की पनडुब्बी (Kalvari class submarine) पर सवार हुए उनके साथ भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार भी मौजूद थे.
कारवार में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कभी-कभी नौसेना के जवानों को समुद्र के किनारे लौटने में महीनों लग जाते हैं. ऐसी स्थिति में उनके पास कोई नहीं होता सिर्फ समुद्र का पानी होता है, बात भी करनी है तो सिर्फ समुद्र के पानी से करनी है और सिर्फ समुद्र की आवाज़ सुननी है. ऐसी परिस्थिति में काम करने का जज़्बा उनके मन के हौसले से होता और यह राष्ट्रीय गौरव की भावना है जो हमारे जवानों को ताकत देती है.
मोदी के नेतृत्व और सशस्त्र बलों के योगदान ने भारत के प्रति दुनिया का नजरिया बदला:इससे पहले गुरुवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और सशस्त्र बलों के योगदान ने भारत के प्रति दुनिया के नजरिये को बदल दिया है. कारवार नौसैनिक बेस पर नौसेना के अधिकारियों, कर्मियों और उनके परिजनों को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा, 'दुनिया में भारत के प्रति नजरिया बदल रहा है. पहले भारत को अंतरराष्ट्रीय मंच पर गंभीरता से नहीं लिया जाता था. आज विश्व हमारी सुनता है. यह आपके योगदान और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व के कारण है कि दुनिया हमें सुनती है.'
रक्षा मंत्री ने अपनी बात पर बल देने के लिए कहा कि उनकी अमेरिका यात्रा के दौरान हिंद-प्रशांत कमान के प्रमुख जॉन एकिलीनो ने भारत के साथ जुड़ने और वहां भारत के एक प्रतिनिधि को नियुक्त करने की इच्छा जाहिर की.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, देश की प्रमुख विरासत है योग