नई दिल्ली : पेट्रोलियम कंपनियों ने दिल्ली में बिना सब्सिडी वाले 14.2 किलोग्राम के सिलेंडर की कीमत को 884.50 रुपये की वृद्धि की है. घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 25 रुपये बढ़ा दी है. नई दरें बुधवार से प्रभावी होंगे.
इससे पहले 18 अगस्त को गैस सिलेंडर की कीमतों में 25 रुपये का इजाफा किया गया था. दिल्ली में अब 14.2 किलोग्राम के गैर-सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में 25 रुपये का इजाफा हुआ है. इस बढ़ोतरी के साथ ही अब दिल्ली में 14.2 किलोग्राम के एलपीजी सिलेंडर का दाम बढ़कर 884.50 हो गया है.
19 किलो के कमर्शियल सिलेंडर की कीमत भी 75 रुपये बढ़ी, जिसकी कीमत दिल्ली में 1693 रुपये होगी.
क्या सरकार कम कर रही है सब्सिडी
कोरोना के पहली लहर के बाद केंद्र सरकार ने सब्सिडी रोक दी थी. मगर मार्च में पेट्रोलियम मंत्री ने बताया कि सब्सिडी दी जा रही है. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने भी 2021-22 के बजट में रसोई गैस और केरोसिन के लिए 14 हजार करोड़ रुपये की सब्सिडी का ऐलान किया था. यह रकम 2020-2021 के बजट की तुलना में काफी कम है. वित्त वर्ष 2020-21 के लिए सरकार ने इस मद में 40 हज़ार 915 करोड़ रुपये रखे थे. पूरे साल में सरकार ने करीब 39 हज़ार करोड़ रुपये की सब्सिडी दी थी.
कैसे तय होती रसोई गैस की कीमत
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले फाइनैंशल ईयर 2020-2021 में एलपीजी की खपत 276 लाख टन रही. 2021 के मार्च तक एलपीजी की खपत 7.3 प्रतिशत बढ़ी थी. भारत अपनी खपत का 50 प्रतिशत से अधिक विदेश से आयात करता है. प्राइस रिवाइजिंग पैटर्न के चलते रोज सुबह 6 बजे एलपीजी की कीमत इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के रेट के हिसाब से बदलती रहती है. एलपीजी के रेट इंपोर्ट पैरिटी प्राइस (IPP) के आधार पर तय होते हैं. आईपीपी का निर्धारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पेट्रोलियम प्रोडक्ट की कीमतों से होता है. सऊदी अरामको की ओर से तय मानक के आधार पर रेट निर्धारित होते हैं.
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