नागपुर : महाराष्ट्र के अमरावती और अन्य शहरों में हाल में हुई हिंसक घटनाओं की पृष्ठभूमि में राज्य पुलिस मुख्यालय ने अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) रैंक के चार वरिष्ठ अधिकारियों को संवेदनशील पुलिस रेंज और शहरों में तैनात किया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वहां हिंसा की घटनाएं न हों. वहीं, नागपुर में सीआरपीसी की धारा 144 लागू की गई है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी.
अधिकारी ने बताया कि पुलिस विभाग में, पुलिस रेंज का नेतृत्व आमतौर पर एक पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) रैंक का अधिकारी करता है. एडीजी आईजीपी से एक रैंक वरिष्ठ होता है.
उन्होंने बताया कि विभिन्न पुलिस रेंज में चार वरिष्ठ एडीजी को नियुक्त करने का निर्णय महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) संजय पांडे ने शीर्ष पुलिस अधिकारियों और राज्य के गृह मंत्री दिलीप वाल्से पाटिल के बीच बैठक के बाद लिया.
सूत्रों ने कहा कि शीर्ष पुलिस अधिकारियों का मानना था कि एडीजी रैंक के अधिकारी संवेदनशील इलाकों में सांप्रदायिक सौहार्द को प्रभावी ढंग से बनाए रखने के लिए पुलिसिंग में अपनी विशेषज्ञता का इस्तेमाल करेंगे.
पुलिस ने कहा कि शनिवार को पूर्वी महाराष्ट्र के अमरावती शहर में स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा कथित रूप से आयोजित बंद के दौरान भीड़ द्वारा दुकानों पर पथराव करने के बाद चार दिनों के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं. एक दिन पहले मुस्लिम संगठनों ने त्रिपुरा में हुई हालिया हिंसा की निंदा करते हुए रैलियां आयोजित की थीं जिनके खिलाफ स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं बंद का आयोजन किया था.
शुक्रवार को अमरावती, नांदेड़, मालेगांव (नासिक जिले में), वाशिम और यवतमाल में मुस्लिम संगठनों द्वारा निकाली गई रैलियों के दौरान पथराव की सूचना मिली थी.
एक अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि महाराष्ट्र के एडीजी (कानून व्यवस्था) राजिंदर सिंह शनिवार शाम सड़क मार्ग से अमरावती पहुंचे. वह कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए वहां डेरा डालेंगे.