इंदौर/खरगोन : खरगोन में रामनवमी के दिन हुई सांप्रदायिक हिंसा (MP Khargone violence) में घायल एक युवक की सोमवार को इलाज के दौरान मौत हो गई. बताया जा रहा है कि 10 अप्रैल को हुई हिंसा में खरगोन का रहने वाला इब्रास उर्फ सद्दाम खान गंभीर रूप से घायल हो गया था. उसका इंदौर के हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था, जहां लंबे चले इलाज के बाद उसने दम तोड़ दिया (first death in khargone violence). वहीं, युवक की मौत के बाद परिजनों ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
परिजन के आरोप : मृतक के परिजन का कहना है कि पुलिस उनके भाई को पकड़ कर ले गई थी और उसके बाद से वह लापता था. सोमवार को जब उसकी मौत हो गई तो भाई की जानकारी लगी. मृतक के परिजन का यह भी कहना है कि उसका भाई रोजा खोलने के लिए गया था और उसी दौरान वहां पर पुलिस और कुछ लोगों ने पकड़कर उसे तलवार और डंडों से पीट दिया था और उसके बाद पुलिस उसे पकड़ कर ले गई थी और तब से वह गायब था.
कर्फ्यू में दी जाने वाली ढील निरस्त :इधर, खरगोन में सोमवार सुबह 8 बजे से 12 बजे तक कर्फ्यू में दी जाने वाली ढील निरस्त कर दी गई (Curfew relaxation canceled in khargone) है. 10 अप्रैल से सांप्रदायिक हिंसा के बाद से कर्फ्यू लगा है. रविवार को कर्फ्यू में 4 घंटे की ढील दी गई थी. ये ढील सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक की थी. यह छूट महिला-पुरुष के लिए लागू थी. इसके अलावा सैलून, इलेक्ट्रॉनिक, खाद-बीज, हार्डवेयर और बर्तन की दुकानों को खोलने की इजाजत दे दी गई थी.