शिमला : हिमाचल की बेटी और मशहूर फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के बाद बोतल में कलाकृतियां तैयार करने वाले हमीरपुर जिले के नादौन के नौहंगी निवासी बैंबू आर्टिस्ट करतार सिंह सौंखले को पद्मश्री से सम्मानित किया गया है. प्रदेश को दो अलग-अलग क्षेत्रों में पद्मश्री मिलना बड़े ही सम्मान की बात है.
करतार सिंह सौंखले अपनी पत्नी सुनीता और बेटे केतन के साथ सोमवार को ही दिल्ली में पहुंचे. करतार सिंह सौंखले को बैंबू आर्ट के लिए पद्मश्री सम्मान से मिला है. उन्हें इससे पहले कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मानों से भी नवाजा जा चुका है. एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड ने उन्हें ग्रैंड मास्टर, इंडियन बुक ऑफ रिकॉर्ड ने उन्हें एक्सीलेंसी अवॉर्ड से सम्मानित किया है.
इसी साल गणतंत्र दिवस के मौके पर करतार सिंह को उनकी कला को देखते हुए पद्मश्री देने की घोषणा की गई थी. लॉकडाउन के बाद जुलाई में करतार सिंह सौंखला जी के हुनर को पहचानते हुए ईटीवी भारत ने करतार सिंह की कला को आम जनता तक पहुंचाने में एक छोटी सी कोशिश की थी. करतार सिंह सौंखला की मानें तो उन्हें बचपन से ही कुछ अलग करने की चाहत थी, इसलिए उन्होंने ऐसी कलाकृतियों का निर्माण शीशे की बोतल के अंदर किया, लेकिन मंच न मिलने के कारण करतार सिंह की यह कला धूमिल होती जा रही है.
आपको बता दें कि करतार सिंह सौंखला मार्च में ही एनआईटी हमीरपुर से स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ फार्मासिस्ट के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं. उन्हें बचपन से ही कुछ अलग करने का शौक रहा है. वर्ष 2000 में मन में उठे बचपन के शौक के चलते शीशे की बोतल में बांस से निर्मित डिजाइन तैयार कर दिया और उसके बाद सिलसिला जारी रहा.