पीलीभीत/लखनऊ :लखीमपुर में हुई घटना के विरोध में पूरे उत्तर प्रदेश में किसानों ने हल्ला बोल शुरू कर दिया है. अलग-अलग जिलों में किसान संगठन सड़कों पर निकल कर प्रदर्शन शुरू कर दिया है. पीलीभीत में किसान संगठन और पुलिस के बीच झड़प हुई.
वहीं राजधानी लखनऊ में भी किसान सड़कों पर नजर आ रहे हैं. लखनऊ के इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहे पर किसान का प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं. लखनऊ के आस-पास से सटे जिलों में लखीमपुर खीरी की घटना को देखते हुए पुलिस प्रशासन भी अलर्ट हो गया है.
उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार व आईजी रेंज लखनऊ लक्ष्मी सिंह लखीमपुर खीरी मौके पर पहुंची हैं. इतना ही नहीं तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए पीएसी को भी लगाया गया है. इसके साथ ही सड़कों व हाईवे पर पुलिस फोर्स लगाई गई है जो किसानों को सड़क पर उतरने से रोक रही है.
लखीमपुर खीरी में किसान के पास जा रहे सपा जिला अध्यक्ष जगदेव सिंह की अगुवाक में कार्यकर्ताओं को पुलिस द्वारा रोके जाने पर झड़प भी हुई है. वहीं, शामली के किसानों ने लखीमपुर की घटना के बाद अपना आक्रोश दिखाया है.
किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सवित मालिक शामली में रोते बिलखते हुए सड़क पर लेटे होने की बात सामने आने लगी. इसी बीच शहर गुरुद्वारे पर किसानों के प्रदर्शन के चलते एक लेन का यातायात भी प्रभावित हो गया. किसानों को सड़क से उठाने के लिए पुलिस प्रयास करती रही, लेकिन किसानों ने उठने से इंकार कर दिया.
लखनऊ में भी प्रदर्शन
लखनऊ में भी जगह जगह किसान सड़क पर नजर आने लगे. इस दौरान जानकीपुरम के इंजीनियर कॉलेज चौराहे पर एक किसानों का गुट हाथों में किसान का झण्डा लेकर प्रदर्शन किया. किसानों के प्रदर्शन के बाद यातायात बाधित हो गया, पुलिस अधिकारियों को इस बात की जानकारी लगते ही एसीपी को मौके पर भेजा गया.
जहां पर अलीगंज एसीपी अखिलेश सिंह तीन थानों की फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और किसानों से वार्ता की. जहां किसानों में एसीपी से बात करने के बाद राष्ट्रपति के नाम का ज्ञापन सौंपा है. जिसमें किसानों ने लखीमपुर खीरी में हुई घटना पर जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है.