वैशालीःबिहार के जमुई में दारोगा की हत्या कर दी. इस घटना को लेकर शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर ने विवादित बयान दिया है. कहा कि इस तरह की घटना होती रहती है. शिक्षा मंत्री ने उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश का भी हवाला दिया. कहा कि ऐसी घटना सिर्फ बिहार ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों में भी हो रही है. प्रो. चंद्रशेखर पटना से सीतामढ़ी जा रहे थे. तेजस्वी यादव चौक पर कार्यकर्ताओं के स्वागत के दौरान मीडिया ने जब जमुई घटना पर सवाल किया तो इसे आम घटना बताया.
''ये नई घटना है क्या?. पहली बार हुई है? इस तरह की घटनाएं होती रहती हैं. यह कोई नई बात नहीं है. उत्तर प्रदेश में नहीं होता है. मध्य प्रदेश में नहीं होता है क्या?.' इस तरह की घटनाएं तो होती रहती हैं बिहार के भीतर."- चंद्रशेखर, शिक्षा मंत्री, बिहार
मामले पर हो रही राजनीति : दूसरी ओर जमुई की इस घटना पर चिराग पासवान में दुख जताया है. उन्होंने अपने 'X' प्रोफाइल से पोस्ट करते हुए दारोगा की हत्या की निंदा की है. उन्होंने कहा कि मेरे संसदीय कार्य क्षेत्र में इस तरह की घटना हुई है. चिराग पासवान ने इसको लेकर सरकार पर भी सवाल उठाया है. कहा कि बालू खनन मामले में अब तक कई घटनाएं हो चुकी है, लेकिन अब तक ठोस कदम नहीं उठाया गया है.
तेजस्वी यादव को घटना की जानकारी नहींः इधर, बिहार डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से जब मीडिया ने जमुई में दारोगा की हत्या का जिक्र किया तो वे इस बात से अंजान दिखे. उन्होंने कहा कि'इस बात की कोई जानकारी नहीं है.' तेजस्वी यादव छठ पूजा को लेकर घाटों का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे थे.
क्या है मामलाः जमुई में मंगलवार की सुबह अवैध बालू खनन के खिलाफ पुलिस छापेमारी करने गई थी. एक बालू लदा ट्रैक्टर को रोकने का इशारा किया गया, लेकिन ट्रैक्टर चालक पुलिस वाहन में टक्कर मारते हुए फरार हो गया. वाहन में सवार दारोगा प्रभात रंजन की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. एक जवान घायल है, जिसका इलाज किया जा रहा है. पुलिस आरोपी चालक की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है.
वैशाली के रहने वाले थे दारोगाः प्रभात मूल रूप से वैशाली के बालिगांव थाना क्षेत्र के भगवानपुर खाजपट्टी गांव निवासी और 2018 बैच के दारोगा थे. प्रभात रंजन जमुई जिले के गरही थाना में पदस्थापित थे. इस घटना के बाद से पुलिस विभाग में शोक का माहौल है. इधर, जमुई एसपी शौर्य सुमन कार्रवाई में जुट गए हैं. उन्होंने कहा कि 'मामले की जांच की जा रही, जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.'
समस्तीपुर में दारोगा की हत्याः बता दें कि बिहार में यह पहली घटना नहीं है जब पुलिस को निशाना बनाया गया है. इससे पहले भी कई बार अपराधियों के द्वारा पुलिस की हत्या की गई है. पिछले माह अगस्त में समस्तीपुर में दारोगा की हत्या की गई थी. पशु तस्करों ने दारोगा नंद किशोर यादव की गोली मारकर हत्या कर दी थी. मृतक मूल रूप से अररिया के रहने वाले थे. नंद किशोर यादव पशु तस्करों को पकड़ने के लिए गए थे. इसी दौरान पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी गई थी.
वैशाली में सिपाही की हत्याः वैशाली में सिपाही अमिता बच्चन की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. पिछले माह अक्टूबर में इस घटना को अंजाम दिया था. गश्ती के दौरान बैंक के पास मौजूद अपराधी पुलिस को देखकर भागने लगे थे. इसी दौरान सिपाही अमिता बच्चन को अपराधी ने गोली मारी थी. इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी मौत हो गई थी. हालांकि इस घटना में शामिल दो अपराधियों का पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया था. मृतक सिपाही मूल रूप से मुंगेर के रहने वाले थे.