नई दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को कहा कि उसने शिक्षा प्रौद्योगिकी क्षेत्र की बड़ी कंपनी बायजूस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) रवींद्रन बायजू के बेंगलुरु स्थित कार्यालय और आवासीय परिसर पर छापे मारे तथा वहां से 'आपत्तिजनक' दस्तावेज और डिजिटल डेटा जब्त किया. ईडी ने एक बयान में बताया कि विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के प्रावधानों के तहत हाल में कुल तीन परिसरों-दो कारोबारी और एक रिहायशी परिसर पर छापे मारे गए.
जांच एजेंसी ने बताया कि उसने विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल डेटा जब्त किए हैं. ईडी ने बताया कि यह कार्रवाई कुछ लोगों से मिली 'विभिन्न शिकायतों' के आधार पर की गई. जांच एजेंसी ने आरोप लगाया कि रवींद्रन बायजू को 'कई' समन भेजे गए, लेकिन वह बचते रहे और कभी ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए. तलाशी के दौरान पाया गया कि रवींद्रन बायजू की कंपनी 'थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड' को 2011 से 2023 के दौरान प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के तहत करीब 28,000 करोड़ रुपये मिले.
पढ़ें : Byju's ने लियोनल मेसी को बनाया ब्रांड एम्बेसडर
एजेंसी ने कहा कि कंपनी ने भी इस अवधि के दौरान प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के नाम पर विभिन्न विदेशी प्राधिकारों को करीब 9,754 करोड़ रुपये भेजे. ईडी के मुताबिक, विदेशी फंडिंग से जुड़े FEMA कानून के तहत रवींद्र बायजू और उनकी कंपनी के तीन ठिकानों पर छापेमारी की गई है. इस छापेमारी में कई ऐसे दस्तावेज और डिजिटल डेटा को बरामद किया गया है जो गड़बड़ी की ओर इशारा कर रहे हैं.
ईडी ने कहा कि कंपनी ने विदेशी क्षेत्राधिकार को प्रेषित राशि सहित विज्ञापन और विपणन व्यय के नाम पर लगभग 944 करोड़ रुपये बुक किए हैं. कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2020-21 के बाद से अपने वित्तीय विवरण तैयार नहीं किए हैं और खातों का ऑडिट नहीं किया है, जो कि है अनिवार्य है. ईडी ने कहा कि इसलिए, कंपनी द्वारा प्रदान किए गए आंकड़ों की वास्तविकता की बैंकों से जांच की जा रही है. विभिन्न निजी व्यक्तियों से प्राप्त विभिन्न शिकायतों के आधार पर शिक्षा मंच के खिलाफ जांच शुरू की गई थी.
पढ़ें : बायजू ने अपनी सभी कंपनियों से 500 कर्मचारियों को निकाला