नई दिल्ली : चक्रवात यास ने ओडिशा, पश्चिम बंगाल और झारखंड में तबाही मचाई है, बावजूद ये चक्रवात प्रभावित राज्य देश को ऑक्सीजन आपूर्ति करने में जुटे हुए हैं. बुधवार को इन तूफान प्रभावित राज्यों ने तकरीबन 440 मीट्रिक टन तरल मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति की है.
रेल मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को जानकारी दी कि चक्रवात प्रभावित राज्यों से 440 मीट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (LMO) की आपूर्ति की गई है.
बुधवार की रात 440 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई, जिसमें ओडिशा के राउरकेला से 200 मीट्रिक टन और झारखंड के टाटनगर से 240 मीट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई हुई.
'यास' से प्रभावित राज्यों का सराहनीय प्रयास
पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस चक्रवात यास के बाद पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस खराब मौसम में टाटा नगर से पूर्व की ओर रवाना हुई, जबकि छह लोडेड टैंकरों में 120 मीट्रिक टन ऑक्सीजन बैंगलोर और कर्नाटक पहुंचाया गया है.
वहीं, टाटानगर से एक अन्य ट्रेन में 120 मीट्रिक टन ऑक्सीजन तेलंगाना भेजा गया. ओडिशा के राउरकेला से बृहस्पतिवार की तड़के चार टेकरों में लोडेड 78 मीट्रिक टन ऑक्सीजन आंध्र प्रदेश के लिए रवाना हुई.
इसके अलावा, एक अन्य ऑक्सीजन एक्सप्रेस राउरकेला से 7 कंटेनर में लोडेड 133.64 मीट्रिक टन ऑक्सीजन लेकर केरल के एर्नाकुलम पहुंची. वहीं, दोपहर में एक अन्य ट्रेन 6 टेंकरों में लोडेड 89.28 मीट्रिक टन ऑक्सीजन लेकर केरला के मादुक्कराई और कोयंबटूर पहुंचीं.
ओडिशा के अंगुल से एक ऑक्सीजन एक्सप्रेस 96.42 मीट्रिक टन ऑक्सीजन लेकर हैदराबाद रवाना हुई.
रेलवे ने दर्ज किया रिकॉर्ड
इधर, रेलवे ने बृहस्पतिवार को नया रिकॉर्ड दर्ज किया. बता दें, एक्सप्रेस ट्रेनों ने 26 मई (बृहस्पतिवार) को पूरे भारत में 1,195 टन जीवन रक्षक गैस पहुंचाई, जो एक दिन में अब तक पहुंचाई गई सबसे अधिक गैस है. यह आंकड़ा तीन दिन पहले परिवहन किए गए 1,142 टन ऑक्सीजन के पिछले उच्च स्तर को पार कर गया. रेलवे ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी.
रेलवे ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर के बीच, रेलवे ने पिछले महीने परिचालन शुरू होने के बाद से ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों से 15 राज्यों को 1,141 से अधिक टैंकरों में 18,980 टन से अधिक तरल चिकित्सा ऑक्सीजन पहुंचायी है. दिल्ली में अब तक 5,000 टन से ज्यादा ऑक्सीजन पहुंचायी जा चुकी है.
अब तक 284 ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों ने अपनी यात्रा पूरी कर विभिन्न राज्यों को राहत दी है, जबकि 20 टैंकरों में 392 टन से अधिक तरल चिकित्सा ऑक्सीजन के साथ चार ट्रेनें अभी रास्ते में हैं.
दक्षिण राज्यों का भी ख्याल
दक्षिणी राज्यों में, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक और तेलंगाना में 1,000 टन से अधिक ऑक्सीजन गैस पहुंचाई गई है.
ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों ने 24 अप्रैल को अपनी डिलीवरी शुरू की, जिसमें महाराष्ट्र को 126 टन जीवन रक्षक गैस मिली. ट्रेनें 15 राज्यों- उत्तराखंड, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु, हरियाणा, तेलंगाना, पंजाब, केरल, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, झारखंड और असम तक पहुंचीं.
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अब तक महाराष्ट्र में 614 टन, उत्तर प्रदेश में लगभग 3,731 टन, मध्य प्रदेश में 656 टन, दिल्ली में 5,077 टन, हरियाणा में 1,967 टन, राजस्थान में 98 टन, कर्नाटक में 1,653 टन, उत्तराखंड में 320 टन, तमिलनाडु में 1,550 टन, आंध्र प्रदेश में 1,190 टन, पंजाब में 225 टन, केरल में 380 टन, तेलंगाना में 1,312 टन, झारखंड में 38 टन और असम में 160 टन ऑक्सीजन की ढुलाई की जा चुकी है.
देश भर में, भारतीय रेलवे पश्चिम में हापा, बड़ौदा, मुंद्रा और पूर्व में राउरकेला, दुर्गापुर, टाटानगर, अंगुल जैसे स्थानों से ऑक्सीजन उठा रहा है और फिर इसे विभिन्न राज्यों में पहुंचा रहा है.