गुरुग्राम:दिल्ली से सटे साइबर सिटी गुरुग्राम में सोमवार की सुबह भीषण हादसा हो गया. यह हादसा एक इमारत के गिरने से हुआ (building collapses in Gurugram) है. बताया जा रहा है कि गुरुग्राम के उद्योग विहार फेज-1 में जर्जर हालत में खड़ी इमारत को मजदूर गिरा रहे थे. उसी दौरान बिल्डिंग भरभराकर गिर गई. जैसे ही इमारत गिरी, मजदूर इसकी चपेट में आ गए. जब तक वह कुछ समझ पाते उससे पहले ही वो हादसे का शिकार हो गए और इमारत ढहने से वो दब गए.
बता दें कि उद्योग विहार फेस वन के प्लॉट नंबर-257 में बिल्डिंग तोड़ने का काम कई दिनों से चल रहा था. इमारत को ध्वस्त करने के दौरान बिल्डिंग की दीवार और छत मजदूरों पर गिर (Building collapsed in Gurugram Udyog Vihar) गई. छत और दीवार गिरने से चार मजदूर उसमें फंस गए. इस हादसे में 2 मजदूरों की मौत हो गई है, डबकि 2 अन्य मजदूरों को रेस्क्यू किया गया है.
गुरुग्राम में बिल्डिंग गिरने से दबे मजदूर. इसी बिल्डिंग में रह रहे थे मजदूर: जानकारी के मुताबिक बिल्डिंग तोड़ने में लगे मजदूर इसी बिल्डिंग में रहते थे. सोमवार की सुबह करीब पौने आठ बजे अचानक बिल्डिंग (Gurugram building collapse) भरभरा कर गिर गई, जिसमें कई मजदूर दब गए. मौके पर पहुंची एनडीआरएफ और एसडीआरएफ, फायर विभाग, पुलिस की टीम ने राहत बचाव का कार्य करते हुए अबतक दो शव मलबे से निकाल चुकी है, जबकि दो लोगों को जिंदा भी निकाला जा चुका है. मौके पर पहुंचे गुरुग्राम के उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने घटना को लेकर जांच का आदेश दिया है. घटना की सूचना मिलते ही गुरुग्राम के उपायुक्त निशांत कुमार भी मौके पर पहुंच गए हैं. उन्होंने घटना स्थल का निरीक्षण किया.
वहीं, बिल्डिंग गिरने से आस पास के क्षेत्रों में हड़कंप मच गया. हादसे की खबर सुनते ही घटनास्थल पर लोगों की भीड़ इकट्ठी होने लगी. इसके बाद लोगों ने फौरन गुरुग्राम पुलिस को इसकी सूचना दी. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने रेस्क्यू टीम के साथ राहत बचाव कार्य शुरू कर दिया. फायर ऑफिसर ललित कुमार ने बताया कि हादसे की सूचना मिलते ही राहत और बचाव दल मौके पर पहुंचा और एक मजदूर को मलबे से बाहर निकाला.
क्या कहते हैं प्रत्यक्षदर्शी: प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो ये बिल्डिंग ग्राउंड, फर्स्ट और सेंकेंड फ्लोर बनी हुई थी. जिसे तोड़ने का काम मकान मालिक करवा रहा था. सुबह हादसे के वक्त जोर की आवाज आई और बिल्डिंग मलबे में तब्दील हो गई. जिसके बाद आस पास अफरा-तफरी मच गई. जिसकी सूचना तुरंत जिला प्रशासन को दी गई और जिला प्रशासन तुरंत ही मौके पर पहुंच गया और बचाव कार्य में जुट गया.
उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं मजदूर: मलबे में घायल और मरने वाले सभी मजदूर उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के रहने वाले हैं. हालांकि उपायुक्त ने मजदूरों के मुआवजे का एलान कर दिया है, लेकिन सवाल यह उठता है कि बिल्डिंग मालिक ने बिल्डिंग तोड़ने को लेकर प्रशासन से अनुमति क्यों नहीं ली. साथ ही इस कार्य में सेफ्टी नॉर्म्स अपनाए गए होते तो ये बड़ा हादसा आज नहीं होता. फिलहाल देखना होगा कि इस हादसे के जिम्मेदार ठेकेदार और मकान मालिक के खिलाफ प्रशासन क्या कुछ कार्रवाई करता है.
ये भी पढ़ें:सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में आरोपी का अवैध मकान ध्वस्त, पंचायत की जमीन पर किया था अवैध कब्जा