राजौरी/जम्मू: सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि आतंकवाद को पाकिस्तान के सुनियोजित समर्थन का मकसद देश में जारी उथल-पुथल से वहां के लोगों का ध्यान हटाना है. साथ ही उन्होंने कहा कि नियंत्रण रेखा (एलओसी) क्षेत्र में शांति भंग करने के किसी भी प्रयास का मुकाबला करने के लिए सुरक्षा बल लगातार मुस्तैद हैं. उन्होंने कहा, 'आतंकवाद का सुनियोजित समर्थन कर पाकिस्तान वहां जारी आंतरिक अशांति से अपने लोगों का ध्यान हटाना चाहता है और पुंछ तथा राजौरी सेक्टर में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ना चाहता है.' अधिकारी ने कहा कि क्षेत्र में शांति और सद्भाव बिगाड़ने के विरोधी ताकतों के किसी भी प्रयास का मुकाबला करने के लिए सुरक्षा बल एलओसी पर चौकस हैं.
गुरुवार की घुसपैठ के प्रयास के बारे में जानकारी देते हुए पुंछ स्थित सैन्य ब्रिगेड कमांडर ब्रिगेडियर राजेश बिष्ट ने संवाददाताओं से कहा कि सुरक्षा बलों ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में घुसपैठ की एक बड़ी कोशिश को विफल कर दिया और पुंछ तथा राजौरी में माहौल बिगाड़ने के पड़ोसी देश के नापाक मंसूबों को ध्वस्त कर दिया. उन्होंने कहा कि सुबह करीब साढ़े नौ बजे, पुंछ सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर तैनात सैनिकों ने नकरकोट इलाके में एलओसी के पार तीन घुसपैठियों की संदिग्ध गतिविधियों को देखा, जो पठानी सूट पहने हुए थे और छिपने की कोशिश कर रहे थे.