कोलकाता/नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के सरकारी अस्पतालों में सप्ताह भर से चल रही जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल खत्म हो गई. पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा हड़ताली चिकित्सकों को राज्य के सरकारी अस्पतालों में सुरक्षा बढ़ाने के कदम उठाने का आश्वासन देने के बाद चिकित्साकर्मियों ने हफ्ते भर से चल रही हड़ताल को सोमवार की रात को समाप्त कर दिया.
देश के अन्य हिस्सों में भी डॉक्टर अब काम पर लौट रहे हैं. पश्चिम बंगाल में हड़ताल खत्म होने के बाद ही दिल्ली, पंजाब, हरियाणा में डॉक्टर काम पर लौट रहे हैं. एम्स में भी डॉक्टरों ने लोगों का उपचार शुरू कर दिया है.
हड़ताली डॉक्टरों के एक प्रतिनिधि ने एनआरएस मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में कहा, 'मुख्यमंत्री के साथ हमारी बैठक सकारात्मक और फलदायी रहने पर हम अपनी हड़ताल वापस लेते हैं. हम समूचे बंगाल के सभी जूनियर डॉक्टरों से अपील करते हैं कि वे जितनी जल्दी संभव हो सके, काम शुरू कर दें. हमने सरकार को बैठक में रखे गए प्रस्तावों पर अमल करने के लिए समय देने का फैसला किया है.'
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी ने भी डॉक्टरों की राज्यव्यापी हड़ताल से उत्पन्न संकट को खत्म किए जाने के प्रस्ताव का स्वागत किया.
चिकित्सकों के संयुक्त मोर्चा के एक प्रवक्ता ने संवाददाताओं से यहां कहा कि डॉक्टर काम पर लौटेंगे क्योंकि वह राज्य सरकार को वादे लागू करने के लिए कुछ समय देना चाहते हैं.
नील रतन सरकार मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में शासकीय निकाय की बैठक के बाद उन्होंने कहा, 'मुख्यमंत्री के साथ हमारी मुलाकात और चर्चा सफल रही. हम फिलहाल अपनी हड़ताल वापस लेते हैं. हर चीज पर विचार करते हुए हमें उम्मीद है कि सरकार चर्चा के मुताबिक मुद्दे का समाधान करेगी.'
राज्य सचिवालय में हड़ताली डॉक्टरों के प्रतिनिधियों के साथ बनर्जी की बैठक के कुछ समय बाद यह घोषणा हुई.
एनआरएस अस्पताल में पिछले सोमवार को एक रोगी की मौत के बाद उसके रिश्तेदारों द्वारा दो चिकित्सकों की पिटाई करने से क्षुब्ध जूनियर डॉक्टर मंगलवार से हड़ताल पर चले गए.