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स्वार्थी और संकीर्ण मानसिकता से ग्रसित हैं टीएमसी नेता : शुभेंदु अधिकारी

शुभेंदु अधिकारी आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए. उन्होंने हाल ही में तृणमूल कांग्रेस से इस्तीफा दिया था. भाजपा में शामिल होने के बाद अधिकारी ने जनसभा को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने ममता बनर्जी सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने का संकल्प लेते हुए कहा कि राज्य में अगली बार भाजपा की सरकार आएगी.

BJP leader Shubhendu Adhikari
BJP leader Shubhendu Adhikari

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Published : Dec 19, 2020, 7:09 PM IST

Updated : Dec 19, 2020, 7:22 PM IST

कोलकाता: भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने का संकल्प लेते हुए शनिवार को विश्वास जताया कि उनकी नई पार्टी (भाजपा) राज्य में अगली सरकार बनाएगी.

अधिकारी यहां केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की रैली में भाजपा में शामिल हो गए. उन्होंने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस भगवा पार्टी के कारण ही अस्तित्व में आई थी.

उन्होंने रैली को संबोधित करते हुए कहा, 'मैं पहली बार अमित शाह से 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान मिला था...जब मुझे कोविड था, तब मेरी पूर्व पार्टी (तृणमूल कांग्रेस) ने मेरे स्वास्थ्य के बारे में नहीं पूछा, जबकि अमित शाह ने दो बार पूछा कि मेरी तबियत कैसी है.'

उन्होंने इस बात का जिक्र किया कि भाजपा राष्ट्रवाद और बहुलवाद में यकीन करती है.

अधिकारी ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस राज्य को स्थानीय और बाहरी लोगों के आधार पर विभाजित करना चाहती है.

अधिकारी ने रैली में कहा, 'इस तरह की संकीर्ण राजनीति के लिए तृणमूल कांग्रेस को शर्म आनी चाहिए.'

उन्होंने कहा, 'मुझे वे लोग गद्दार कह रहे हैं जो खुद (तृणमूल कांग्रेस के) गद्दार हैं. यदि भाजपा यहां नहीं होती, तृणमूल कांग्रेस अस्तित्व में नहीं आती. अगले विधानसभा चुनाव में भाजपा बंगाल में जीत हासिल करेगी और तृणमूल कांग्रेस पराजित होगी.'

इससे पहले उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के जमीनी सदस्यों के नाम अपने एक खुले पत्र में कहा कि पश्चिम बंगाल एक अहम मोड़ पर खड़ा है क्योंकि राज्य के लोग 2021 के विधानसभा चुनाव में जो विकल्प चुनेंगे, उसका उन पर दूरगामी प्रभाव पड़ेगा.

ममता बनर्जी नीत पार्टी तृणमूल कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए अधिकारी ने कहा कि राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी में समस्याओं ने गहरी जड़ें जमा ली हैं.

अधिकारी ने कहा, 'ना तो पश्चिम बंगाल और ना ही तृणमूल कांग्रेस, किसी की जागीर है.'

उन्होंने पत्र में लिखा है कि पार्टी एक दिन में और किसी एक व्यक्ति के योगदान से नहीं बनी है. यह एक निरंतर एवं व्यापक स्तर पर किए गए प्रयासों से बनी है, जिसकी परिणिति 2011 में पश्चिम बंगाल की सत्ता में तृणमूल कांग्रेस के आने के रूप में हुई.

पढ़ें-शाह का टीएमसी को बंगाल से उखाड़ने का प्रण, कहा- चुनाव तक अकेली रह जाएंगी 'दीदी'

उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस, जिसे सामान्य लोगों ने नि:स्वार्थ भावना से एक-एक ईट जोड़ कर बनाया है, अब ऐसे लोगों से भर गई है जिन्हें खुद के अलावा किसी और की परवाह नहीं है.

Last Updated : Dec 19, 2020, 7:22 PM IST

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