नई दिल्ली : भारत में जारी आर्थिक संकट के मुद्दे पर राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, 'मोदी जी का 'कैश-मुक्त' भारत दरअसल 'मज़दूर-किसान-छोटा व्यापारी' मुक्त भारत है. जो पासा 8 नवंबर, 2016 को फेंका गया था, उसका एक भयानक नतीजा 31 अगस्त, 2020 को सामने आया.'
राहुल ने कहा कि सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में गिरावट के अलावा नोटबंदी ने देश की असंगठित अर्थव्यवस्था को तोड़ा है.
बता दें कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने जीडीपी विकास दर में भारी गिरावट को लेकर इससे पूर्व भी सरकार पर निशाना साधते हुए दावा किया था कि अर्थव्यवस्था की बर्बादी नोटबंदी से शुरू हुई थी और उसके बाद से एक के बाद एक गलत नीतियां अपनाई गईं.
पढ़ें :
फूट डालो और राज करो एक घिनौनी नीति
गौरतलब है कि एक दिन पहले राहुल ने चीन के साथ चल रहे तनाव के बीच मोदी सरकार पर निशाना साधा था. राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा था कि ‘फूट डालो और राज करो’ एक घिनौनी नीति थी और हमेशा रहेगी. ऐसी सोच को देश ने पहले भी पराजित किया था और आज भी करेगा क्योंकि भाईचारा और सद्भावना हमारे लोकतंत्र की नीव हैं.
मोदी मेड डिजास्टर्स- राहुल
इसके अलावा राहुल ने छह मुद्दों को लेकर ट्वीट किया और मोदी सरकार को घेरा. गांधी ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि देश मोदी मेड डिजास्टर्स के चलते कराह रहा है.
पढ़ें :
राहुल ने कहा, जीडीपी में ऐतिहासिक गिरावट-23.9 फीसदी, 45 सालों में सबसे अधिक बेरोजगारी, 12 करोड़ नौकरियां खत्म, केंद्र राज्यों को जीएसटी मुआवजा नहीं दे रहा. इसके अलावा कोविड-19 पर राहुल बोले, दुनिया में सबसे ज्यादा कोरोना केस और मौत के मामले भारत में हैं, सीमा पर विदेशी घुसपैठ हो रही है.