नई दिल्ली : भारत के 33 से अधिक प्रदेश कोरोना महामारी का सामना कर रहे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, राज्य सरकारें और आईसीएमआर जैसी संस्थाएं लगातार इस महामारी को मात देने की जुगत में लगे हैं. कोरोना महामारी को लेकर चिकित्सा क्षेत्र में किस तरह का रूख है, यह जानने के लिए ईटीवी भारत ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के अध्यक्ष डॉ राजन शर्मा से खास बातचीत की.
ईटीवी भारत से बात करते हुए, डॉ शर्मा ने कहा कि सरकार द्वारा लिए गए सक्रिय निर्णय ने देश के कुछ क्षेत्रों में महामारी को सीमित और प्रतिबंधित किया है.
आईएमए प्रमुख डॉ राजन शर्मा से खास बातचीत विशेष साक्षात्कार के दौरान एक सवाल के जवाब में डॉ शर्मा ने कहा, 'हमें बहुत स्पष्ट होना चाहिए. इस महामारी ने पूरी दुनिया को प्रभावित किया है. इसका भारत में आना भी तय था.'
उन्होंने कहा कि राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन ने भी कोविड-19 के खिलाफ भारत की लड़ाई में अपनी सकारात्मक भूमिका निभाई है.
बकौल डॉ शर्मा, 'यदि हम भारत की जनसंख्या पर गौर करें तो कोरोना संक्रमण के कुल मामले अभी भी नियंत्रण में हैं.' उन्होंने कहा कि मरीजों के ठीक होने की दर बढ़ रही है और अन्य देशों की तुलना में मृत्यु दर सबसे कम है.