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अमित शाह बोले-सच्चा इतिहास लिखने का समय आ गया है

राजधानी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक कार्यक्रम में भाग लिया. कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कश्मीर के बारे में आज भी गलतफहमियां फैली हुई हैं. पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Sep 29, 2019, 1:48 PM IST

Updated : Oct 2, 2019, 11:00 AM IST

अमित शाह

नई दिल्लीः केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली में एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस कार्यक्रम में उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा पर लोगों को संबोधित किया. पूर्व सिविल सर्वेंट्स फोरम के कार्यक्रम में अमित शाह ने अनुच्छेद 370 पर कहा कि इसको लेकर आज भी कई गलतफहमियां हैं. कश्मीर को लेकर सच नहीं बताया गया. उन्होंने कहा कि अब देश का सच्चा इतिहास लिखने का समय आ गया है.

शाह ने कहा, 'बहुत सारी भ्रांतियां और गलतफहमियां अनुच्छेद 370 और कश्मीर के बारे में आज भी फैली हुई हैं, उनका स्पष्ट होना जरूरी है. जितना स्पष्ट कश्मीर की जनता के सामने होना जरूरी है उतना स्पष्ट भारत की जनता में भी होना जरुरी है.'

अमित शाह का संबोधन

शाह के भाषण के प्रमुख अंश:

  • पूरी दुनिया हमारे साथ खड़ी है. सात दिन तक दुनिया के सभी राष्ट्रध्यक्ष UN में थे. किसी ने पाकिस्तान की तरफदारी नहीं की. सब भारत के साथ खड़े रहे.
  • मैं मानता हूं कि नरेन्द्र मोदी जी की सबसे बड़ी कूटनीतिक सफलता है कि पूरी दुनिया को अपने साथ जोड़कर रखा.
  • नरेन्द्र मोदी जी को देश की जनता ने दूसरी बार प्रधानमंत्री चुना और मोदी जी ने पहले ही सत्र के अंदर 70 साल के नासूर को उखाड़ कर फेंकने का काम किया.
  • पीएम श्री नरेन्द्र मोदी ने 370 को हटाया है अब पांच से सात वर्ष के अंदर जम्मू-कश्मीर देश का सबसे विकसित राज्य बनेगा.
  • यहां टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं. दुनिया भर में सबसे कुदरती सौंदर्य ईश्वर ने अगर एक भूखंड पर दिया है तो वो जम्मू-कश्मीर है.
  • 370 के कारण जम्मू-मश्मीर में आतंकवाद का एक दौर चालू हुआ जिसमें अब तक 41,800 लोग मारे गए.
  • ह्यूमन राइट्स के सवाल उठाने वालों को मैं पूछना चाहता हूं कि इन मारे गए लोगों कि विधवाओं और इनके यतीम बच्चों की आपने कभी चिंता की है क्या?
  • कश्मीर का इतिहास तोड़-मरोड़कर देश के सामने रखा गया क्योंकि जिनकी गलतियां थीं उनके हिस्से में इतिहास लिखने की जिम्मेदारी आई.
  • उन्होंने अपनी गलतियों को सील्ड करके जनता के सामने रखा. अब समय आ गया है इतिहास सच्चा लिखा जाए और सच्ची जानकारी जनता के सामने रखी जाए.
  • श्यामा प्रसाद मुखर्जी ट्रेन के रास्ते जम्मू-कश्मीर गए, उनके पास परमिट नहीं था. वो मानते थे कि मेरे देश में जाने के लिए परमिट की क्या जरूरत है.
  • उनको परमिट नहीं लेने के लिए जेल में डाला गया. श्यामा प्रसाद जी ने अपने जीवन का बलिदान अनुच्छेद 370 हटाने के लिए दिया.
  • हम सिर्फ बोलते नहीं है हमनें इसके खिलाफ बार-बार आंदोलन किए, जब तक 370 हटी तब तक 11 अलग-अलग आंदोलन हुए जिसमें मास मोबिलाइजेशन भाजपा और उसके सहयोगी संगठनों ने किया था.
  • जो लोग हम पर आरोप लगाते हैं कि ये राजनीतिक स्टैंड है उनको मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि ये हमारा स्टैंड तब से है जब से मेरी पार्टी बनी.
  • ये हमारी मान्यता है कि जब अनुच्छेद 370 था, तब देश की एकता और अखंडता के लिए ठीक नहीं था.
  • 630 रियासतों को एक करने में कोई दिक्कत नहीं आई लेकिन जम्मू-कश्मीर को अटूटरूप से अखंड रूप से एक करने में 5 अगस्त, 2019 तक का समय लग गया.
  • सरदार पटेल की ही दृढ़ता का परिणाम था कि 630 रियासतें आज एक देश के रूप में दुनिया के अंदर अस्तित्व रखती है.

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उन्होंने आगे कहा, 'सबसे पहले जब देश आजाद होता है तो उसके सामने सुरक्षा का प्रश्न, संविधान बनाने का प्रश्न ऐसे कई प्रकार के प्रश्न होते हैं. पर हमारे सामने 630 रियासतों को एक करने का प्रश्न आ गया.'

सरदार पटेल को प्रणाम करते हुए अमित शाह ने कहा, '630 अलग-अलग राज्य एक खंड के अंदर समाहित करना और अखंड भारत बनाना ये हमारे लिए बहुत बड़ा चुनौती का काम था. आज मैं आदर के साथ देश के प्रथम गृह मंत्री लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल को प्रणाम करके ये बात कहना चाहता हूं कि वो न होते तो ये काम कभी न होता.'

Last Updated : Oct 2, 2019, 11:00 AM IST

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