दुर्ग: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मंगलवार को दुर्ग-भिलाई के दौरे पर थे. इस दौरान CM भूमिपूजन और लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल हुए. मुख्यमंत्री के साथ कई कैबिनेट मंत्रियों ने भी कार्यक्रम में हिस्सा लिया. उन्होंने दुर्ग को करीब 1000 करोड़ से ज्यादा के विकास कार्यों की सौगात दी है. सीएम कुटेलाभाठा में बने आईआईटी भवन का भूमिपूजन करने के बाद लोगों को संबोधित किया है. मुख्यमंत्री ने प्रदेश के एकमात्र आईआईटी परिसर में विभिन्न भवनों का भूमिपूजन किया.
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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आईआईटी के माध्यम से होने वाले रिसर्च का लाभ पूरे प्रदेश को मिलने की संभावना भी जताई है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि आईआईटी भिलाई ऐसी टेक्नोलॉजी पर काम करें, जिससे कृषि आधारित उद्योगों की लागत कम हो सके. एथेनॉल प्लांट की लागत कम करने की योजना बनाई जा सके. माइनिंग ऊर्जा, कृषि के साथ-साथ पर्यावरण, जल और तकनीक के क्षेत्र में होने वाले रिसर्च छत्तीसगढ़ के लिए उपयोगी हो सकते हैं. उन्होंने आईआईटी परिसर का निर्माण 2022 तक पूरा होने की संभावना जताई है.
छत्तीसगढ़ी लोककला मार्ग का लोकार्पण
मुख्यमंत्री ने दुर्ग में छत्तीसगढ़ी लोककला मार्ग का लोकार्पण किया. शहर के सिविल लाइन से दादा-दादी नाना-नानी पार्क के बीच की सड़क को छत्तीसगढ़ी लोकनृत्यों पंथी, सुआ और राऊत नाचा की छटा बिखेरती आकर्षक मूर्तियों से सजाया गया है. साथ ही लोगों को सेहतमंद बनाने और मानसिक-शारीरिक रूप से फिट रहने के लिए प्रेरित करने के लिए सूर्य नमस्कार के विभिन्न आसनों को भी प्रदर्शित किया गया है. इस छत्तीसगढ़ी लोककला मार्ग को 58 लाख रुपए की लागत से आकर्षक रूप दिया गया है. विधायक निधि से लगभग 18 लाख 83 हजार रुपए और निगम निधि के 12 लाख रुपए की लागत से यहां प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत की झलकियां प्रदर्शित की गई हैं. नगर निगम के 27 लाख रुपए की लागत से सूर्य नमस्कार की विभिन्न मुद्राओं को प्रदर्शित करती मूर्तियां लगाई गई हैं.