Hanuman Jayanti 2023: प्रभु श्रीराम को देखकर यहां रुक गए थे हनुमान, जोगेश्वर धाम में होता है कष्टों का निवारण - Bairagibagh Thakurbari Jogeshwar Dham in Masaurhi
पटना: हनुमान जन्मोत्सव को लेकर पूरे देश भर के हनुमान मंदिरों में सुबह से ही पूजा अर्चना और कई तरह के कार्यक्रम किए जा रहे हैं. ऐसे में पटना के मसौढ़ी प्रखंड के बैरागीबाग ठाकुरबारी मंदिर जिसे जोगेश्वर धाम भी कहा जाता है यहां इसकी खास तैयारी है. यह मंदिर का 300 साल पुराना इतिहास रहा है. कहा जाता है कि प्रभु श्री राम को देखकर हनुमान यहां रुक गए थे, इसके पीछे कहानी यह है कि कोई बड़े जमींदार हनुमान जी की प्रतिमा को लेकर राजस्थान से बैलगाड़ी के माध्यम से जा रहे थे, जब बैलगाड़ी इसी गांव से गुजर रही थी तब वह आकर रुक गई. उसके बाद काफी प्रयास किया गया लेकिन बैलगाड़ी आगे नहीं बढी. बहुत प्रयत्न किया लेकिन गाड़ी टस से मस नहीं हुई, जिसकी वजह से हनुमान जी की प्रतिमा को यहीं पर छोड़ दिया गया. तब मंदिर के महंत ने इसी मंदिर में उनकी प्राण प्रतिष्ठा कर यहां विराजमान कर दिया. उन्हें ऐसा लगा कि पहले से ही इस मंदिर में श्री राम जानकी लक्ष्मण की प्रतिमा लगी हुई थी. हनुमान प्रभु श्री राम को देखकर यही पर ठहर गए. तब से लेकर आज तक इस गांव में ना कोई बड़ी घटनाएं, आपदा, और विपदा आई है. गांव में सभी आज भी शांति पूर्ण रूप से रह रहे हैं. धाम के महंत श्याम सुंदर सर ने बताया कि 100 साल पुराना मंदिर है जहां कभी भगवान श्रीराम भी इसी रास्ते से गुजरे थे और इसी मंदिर में ठहरे थे.