किसानों को भी मिली डोर-टू-डोर सर्विस, धान कुटाई के लिए घर आ रही राइस मिल - farmer
किसानों को पहले धान की कुटाई के लिए मिल मालिकों से पैरवी करनी पड़ती थी. लंबी लाइन लगती थी, 8-10 दिन बाद नंबर आता था. धान ढोकर मिल तक ले जाना पड़ता था. समय बदला, व्यवसाय का तरीका बदला, मिल मालिकों को भी बदलना पड़ा.c