बांकाः वन विभाग की लापरवाही, 70 लाख खर्च होने के बावजूद सूख गए 140 पेड़ - पर्यावरण संरक्षण में पेड़ों का महत्वपूर्ण योगदान
ग्लोबल वार्मिंग के इस दौर में पर्यावरण संरक्षण में पेड़ों का महत्वपूर्ण योगदान है, लेकिन सड़क निर्माण के नाम पर यदि विशालकाय पेड़ों को मरने के लिए छोड़ दिया जाए तो सरकार के क्या कहने? यही स्थिति जिले के पंजवारा से घोघा तक बन रहे स्टेट हाईवे के निर्माण का है. बिहार राज्य सड़क निर्माण निगम पंजवारा से बांका तक लगभग 45 किलोमीटर लंबी स्टेट हाईवे बना रही है. सड़क चौड़ीकरण में विशालकाय पेड़ आड़े आ रहे थे. इसे देखते हुए दिल्ली की रोहित नर्सरी नामक कंपनी ने 70 लाख की लागत से 165 पेड़ों की शिफ्टिंग की. पेड़ों की शिफ्टिंग के एक साल बाद तक इसकी देखरेख करनी थी, लेकिन कार्य एजेंसी की लापरवाही की वजह से सारे फलदार पौधे मृत हो गए. बरगद और पीपल के मात्र 25 पौधे ही किसी तरह जिंदा बच पाए.