लगातार 12 घंटे, 300 km साइकिल चला जीता था इनाम, अब तक दिव्यांग को नहीं मिला मुकाम - Cycling competition
दरभंगा: अपने बीमार पिता को साइकिल पर बिठा कर गुरुग्राम से दरभंगा लाने वाली बहादुर बेटी ज्योति का गांव आज विश्वभर में चर्चित हो गया है. ज्योति की चारो ओर सराहना की जा रही है. आज ज्योति पर उपहारों की बरसात हो रही है. इन सबके बीच ज्योति के गांव से चंद किलोमीटर दूर टेकटार गांव के दिव्यांग जलालुद्दीन के सपने आज भी उसके आंखों में बसे हुए हैं, जो इस तलाश में हैं कि कब उसके हौसलों और हिम्मत को भी उड़ान मिलेगी.