Menstrual Hygiene: 'यह कुदरत का तोहफा.. शर्माने की नहीं जानने की जरूरत', महावारी पर खुलकर बोलीं मुस्लिम लड़कियां
पटनाःराजधानी पटना से सटे मसौढी अनुमंडल के विभिन्न प्रखंडों में इन दिनों महामारी स्वच्छता पखवाड़ा मनाया जा रहा है. जहां पर कई तरह के कार्यक्रम किए जा रहे हैं. ऐसे में मुस्लिम इलाकों में मुस्लिम लड़कियां भी महावारी स्वच्छता पखवाड़ा दिवस के मौके पर खुलकर बोलीं. लड़कियों ने कहा कि यह कुदरत का तोहफा है इसे जानना बेहद जरूरी है. इस मौके पर मुस्लिम महिलाओं ने भी कहा कि वह दिन लद गए जब गांव की महिलाएं इसके प्रति बताने के लिए लोगों में लज्जा की भावना आती थी, लेकिन आज वक्त आ गया है कि चुप्पी तोड़कर खुलकर बोलने की जरूरत है. महावारी कुदरत का एक तोहफा है क्योंकि इसके बिना किसी भी महिलाओं के अंदर जीवन देने की शक्ति नहीं आती है. इस पृथ्वी पर महिला ही एक ऐसी है जिसे कुदरत ने जीवन की उत्पत्ति करने की ताकत दी है और जीवन की उत्पत्ति तभी हो सकती है जब किसी भी महिला और लड़की में पीरियड का दौर आता है. इसे लेकर गांव-गांव में पुरजोर तरीके से जन जागरूकता अभियान चलाकर महिलाओं को बताने की जरूरत है क्योंकि माहवारी से शरीर को स्वस्थ कैसे रखना है यह भी उन्हें बताया जाता है.