मंजूषा कलाकार मनोज पंडित ने 51 हजार सूप और डाला पर बनाई मंजूषा कलाकृति
बिहार के भागलपुर के अंगजनपद की धरोहर और लोककला मंजूषा पूरे विश्व में बहुत तेजी से अपनी पहचान बनाती जा रही है. यह लोककला बिहुला विषहरी चांदो सौदागर पर आधारित है. भागलपुर के मंजूषा कलाकार मनोज पंडित (Manjusha artist Manoj Pandit of Bhagalpur) और उनके परिवार के सदस्यों के द्वारा इस बार महापर्व छठ पर 51 हजार कच्चे बांस के सूप और डाला पर मंजूषा कलाकृति का निर्माण किया गया है. मंजूषा गुरु के नाम से प्रसिद्ध मनोज पंडित द्वारा क्षेत्र की लोक कला संस्कृति की कलाकृति को उकेरने का काम किया गया है. यह सूप अपने देश के कई राज्यों के कई राजनेता, आईएएस, आईपीएस अधिकारियों के घर भेजा गया है. वहीं 108 सूपों को मंजूषा की कलाकृति देकर विदेशों में भी भेजा गया है.
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:30 PM IST