नालंदा के इस गांव में एक भी मुस्लिम परिवार नहीं, फिर भी पांचो वक्त होती है अजान
नालंदाः भारतीय सभ्यता संस्कृति, गंगा जमुनी तहजीब (Ganga Jamuni Tehzeeb) और आपसी भाइचारे की मिसाल पूरी दुनिया में नहीं मिलती. जति धर्म के नाम पर आज भले ही लोग बंटते हुए नजर आ रहे हैं, लेकिन देश की असल तस्वीर तो कुछ और ही है. मंदिर और मठों में हिंदू समुदाय की आस्था तो स्वभाविक है, लेकिन आज हम आपको एक ऐसे गांव के बारे में बताएंगे, जहां के हिंदू भाईयों (Hindus Taking Care Of Mosque In Nalanda) की आस्था वहां की बरसों पुरानी मस्जिद और मजार से जुड़ी है, जहां पांच वक्त की आजान भी हिंदू धर्म के मानने वाले ही दिलाते हैं, वो भी नई तकनीक के जरिए. गांव में एक भी मुस्लिम परिवार नहीं है, लेकिन यहां समय होते ही लाउडस्पीकर पर अजान गुंजने लगती है.
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:23 PM IST