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बगहा: गाइड बांध के निर्माण में अनियमितता बरतने से आक्रोशित ग्रामीणों ने अधिकारियों का किया घेराव - रामनगर

रामनगर से होकर गुजरने वाली मशान नदी के बगल में लोरी टोला से दोन नहर तक बन रहे गाइड बांध में भारी अनियमितता को लेकर लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया और अधिकारियों का घेराव भी किया.

गाइड बांध
गाइड बांध

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Published : May 8, 2020, 6:41 PM IST

बगहा :रामनगर अंतर्गत मशान नदी के बगल में बन रहे गाइड बांध में अनियमितता को लेकर आक्रोशित ग्रामीणों ने जमकर प्रदर्शन किया और निरीक्षण करने पहुंचे अधिकारियों का घेराव भी किया. ग्रामीणों का आरोप था कि संवेदक प्राकलन के मुताबिक कार्य नहीं करा रहे हैं और बांध का निर्माण मिट्टी की जगह बालू से करा रहे हैं.

घटिया निर्माण को लेकर लोगों का प्रदर्शन
रामनगर से होकर गुजरने वाली मशान नदी के बगल में लोरी टोला से दोन नहर तक बन रहे गाइड बांध में भारी अनियमितता को लेकर लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया और अधिकारियों का घेराव भी किया. हालांकि आक्रोशित ग्रामीणों ने इस दौरान सोशल डिस्टेनसिंग को बिल्कुल ताक पर रख कर एक दूसरे से काफी सटकर खड़े रहे. अधिकारी इस बात की गुहार लगाते रहे कि लॉकडाउन में सोशल डिस्टेंनसिंग का पालन करना है, लेकिन ग्रामीणों ने उनकी एक न सुनी.

देखें पूरी रिपोर्ट

बाढ़ से बचाव को लेकर बन रहा है बांध
दरअसल, रामनगर सहित दर्जनों ऐसे ग्रामीण इलाके हैं, जो प्रत्येक साल मशान नदी से आने वाले बाढ़ के पानी की चपेट में आ जाते हैं. बाढ़ से गांवों को निजात मिल सके. इसी के मद्देनजर 4200 मीटर के गाइड बांध का निर्माण किया जा रहा है. लेकिन ग्रामीणों का आरोप था कि संवेदक ओझा कंस्ट्रक्शन प्राक्कलन के हिसाब से गुणवत्तापूर्ण कार्य नहीं करा रहा है और मिट्टी के बजाय बालू से गाइड बांध का निर्माण कराया जा रहा है. भावल पंचायत के मुखिया पति रैफुल आजम खान ने बताया कि यदि बालू से बांध का निर्माण होगा, तो इसी वर्ष बांध टूट जाएगा और दर्जनों गांव इससे प्रभावित होंगे.

गाइड बांध निर्माण

अधीक्षण अभियंता ने संवेदक को दी चेतावनी
मौके पर पंहुंचे आपदा प्रबंधन विभाग के अधीक्षण अभियंता ने कहा कि संवेदक द्वारा अनियमितता बरती गई है, क्योंकि मिट्टी के बजाय संवेदक ने बांध निर्माण में बालू का भी प्रयोग किया है. चुकी ये इलाका सैंडी है और बलुई मिट्टी ही मिलेगी और शुद्ध मिट्टी इस इलाके में कम है. ऐसे में खेतों से मिट्टी खरीदकर कार्य कराया जा सकता है. संवेदक को चेताया गया है कि किसी भी कीमत पर घटिया कार्य नहीं किया जाए और जिस जगह बालू का उपयोग हुआ है. वहा दुबारा मिट्टी से कार्य कराया जाए.

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