बेतिया: लॉकडाउन और बेमौसम हुई बरसात के कारण किसानों को व्यापक स्तर पर नुकसान हुआ है. किसानों पर चौतरफा मार पड़ी है. बारिश और ओलावृष्टि ने दलहन, तिलहन, गेहूं और गन्ना के फसलों को नष्ट किया तो दूसरी तरफ चीनी मिल प्रबंधन की तरफ से भी तीन महीने से कोई भुगतान नहीं दिया गया. वहीं एसडीएम ने बताया कि लॉकडाउन के कारण ही भुगतान मिलने में देर हो रही है.
बगहा में गन्ना किसानों की हालत खस्ताहाल है. किसानों का एक बड़ा तबका चीनी मिलों के भुगतान पर आश्रित रहता है, लेकिन इस बार समय पर भुगतान नहीं मिल सका. दरअसल इस सत्र में बगहा तिरुपति शुगर्स लिमिटेड की तरफ से मार्च महीने तक गन्ना की पेराई की गई. इस दौरान जिन किसानों ने अपना गन्ना चीनी मिलों को दिया उनका भुगतान 15 जनवरी तक का हुआ था, लेकिन कोरोना के कारण हुये लॉकडाउन के बाद किसानों को भुगतान नहीं किया गया.
गन्ने के भुगतान में देरी होने से परेशान हैं किसान
तीन महीने से भुगतान का इंतजार कर रहे किसान अब विरोध प्रदर्शन करने की सोच रहे हैं. साथ ही परेशान किसान इसके लिये प्रशासन से मदद की गुहार भी लगा रहे हैं. इस पर एसडीएम ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से फाइनेंशियल कार्यालय बंद रहने के कारण देर हुई है. बगहा एसडीएम विशाल राज ने बताया कि किसानों से शिकायतें मिली थी. इस संबंध में चीनी मिल प्रबंधन से उन्होंने बात भी की.
लॉकडाउन के कारण फाइनेंशियल ऑफिस था बंद
चीनी मिल प्रबंधन ने बताया कि लॉकडाउन के कारण भुगतान में देर हुई, क्योंकि फाइनेंशियल दफ्तर के लिये पास नहीं मिलने पर कर्मी नहीं पहुंच पा रहे थे और सारा काम ठप पड़ा था. एसडीएम ने कहा कि अब धीरे-धीरे सब कुछ सामान्य हो जाने के बाद किसानों के बकाये का भुगतान कर दिया जायेगा. तीन महीने के बाद गुरुवार को 20 जनवरी तक का भुगतान किसानों के खाते में भेजा गया.